अल्पसंख्यक विद्यालयों के रिक्‍त पदों को 6 माह में भरने के निर्देश

झारखंड शिक्षा
Spread the love

  • राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्था आयोग के सदस्य ने की बैठक

रांची। भारत सरकार के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्था आयोग के सदस्‍य डॉ शाहिद अख्तर ने 29 जून को रांची जिला के अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। अल्‍पसंख्‍यक विद्यालयों में रिक्‍त पदों को 6 माह में भरने का निर्देश दिया। रांची समाहरणालय ब्लॉक ए स्थित कमरा संख्या 207 में आयोजित बैठक में परियोजना निदेशक आईटीडीए सुधीर बाड़ा, सचिव झारखंड अधिविध परिषद, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी रांची, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।

नई शिक्षा नीति को लागू करने का आदेश

डॉ शाहिद अख्तर द्वारा आयोग के कार्यकलाप के बारे में सभी स्कूलों के प्रतिनिधियों को विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थाओं से संबंधित समस्याओं की जानकारी भी ली। नई शिक्षा नीति की जानकारी देते हुए सभी अल्पसंख्यक विद्यालयों के प्रतिनिधियों को अच्छी तरह से समझ कर इसे लागू करने की बात कही।

बच्‍चों को शिक्षक की कमी महसूस नहीं हो

डॉ अख्तर ने सभी अल्पसंख्यक विद्यालयों में रिक्त पदों को 6 महीने के भीतर भरने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पठन-पाठन का काम सुचारु रूप से चलें। बच्चों को शिक्षक की कमी महसूस ना हो, इसके लिए आवश्यक है कि जल्द से जल्द रिक्त पदों को भर लिया जाए।

स्कॉलरशिप से लाभान्वित करने का करें प्रयास

सदस्‍य ने अल्पसंख्यक विद्यालयों के योग्य छात्रों को स्कॉलरशिप से लाभान्वित करने के लिए प्रतिनिधियों को अपने स्तर से प्रयास करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी अल्पसंख्यक विद्यालयों के प्रतिनिधियों को अमृत महोत्सव के तहत स्कूलों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया।

पदाधिकारियों को समस्याओं के निराकरण के निर्देश

डॉ अख्तर ने अल्पसंख्यक विद्यालयों के प्रतिनिधियों से बारी-बारी से उनकी समस्याओं के भी जानकारी ली। उन्होंने जिला कल्याण पदाधिकारी, सचिव झारखंड अधिविध परिषद, जिला शिक्षा अधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षक को अल्पसंख्यक विद्यालयों की समस्याओं का समुचित समाधान करने का निर्देश दिया।

रिटायर्ड शिक्षकों को ससमय पेंशन उपलब्ध कराएं

डॉ शाहिद अख्तर ने कहा के अल्पसंख्यक विद्यालयों से जो शिक्षक रिटायर होते हैं, उन्हें ससमय पेंशन उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली सुविधा में देरी नहीं हो, इसका खासा ख्याल रखें।