- 2021 के संस्करण में सभी उद्योगों की प्रमुख कंपनियों ने लिया हिस्सा
मुंबई। वर्किंग मदर एंड अवतार द्वारा टाटा स्टील को 100 ‘बेस्ट कंपनीज फॉर वूमेन इन इंडिया-2021’ (बीसीडब्ल्यूआई-2021) में शामिल किया गया है। इस वर्ष पुरस्कार विजेताओं का चयन एक अध्ययन के आधार पर किया गया, जो भारत का सबसे बड़ा लिंग विश्लेषण अध्ययन है। इसका उद्देश्य सबसे प्रभावशाली लैंगिक विविधता पहल वाली कंपनियों को सम्मानित करना है।
इस अध्ययन में वर्कफोर्स प्रोफाइल, रिक्रूटमेंट, रिटेंशन, कॅरियर, सेफ्टी और सेक्यूरिटी, फ्लेक्सिबल वर्क, पैरेंटल लीव व पैरेंटल बेनीफिट, फ्लेक्सिबल बेनीफिट्स और वर्क-लाइफ प्रोग्राम, कंपनी कल्चर और मैनेजमेंट अकाउंटेबिलिटी जैसी लैंगिक विविधता नीतियों और अभ्यासों के प्रमुख आयामों पर ध्यान दिया गया।
टाटा स्टील की वाईस प्रेसिडेंट (एचआरएम) अत्रेयी सान्याल ने कहा, ‘हम बीसीडब्ल्यूआई-2021 का हिस्सा बन कर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। टाटा स्टील का मानना है कि ‘डी एंड आई’ एक विकल्प नहीं, बल्कि जीवन का एक तरीका है। कंपनी का लक्ष्य जीवन के सभी चरणों में महिलाओं को शामिल कर अपने कर्मचारी अनुभव को बढ़ाना है। हम महिलाओं समेत सभी कार्यसमूहों को समान अवसर प्रदान करने के अपने दर्शन के प्रति प्रतिबद्ध हैं, और वर्ष 2025 तक 25 प्रतिशत विविधतापूर्ण कार्यबल प्राप्त करने का अपना प्रयास जारी रखेंगे।‘
टाटा स्टील अपने मार्गदर्शी मूल्यों और समावेशी संस्कृति के कारण फल-फूल रही है। ये मूल्य और संस्कृति विविधता और समावेशन को बढ़ावा देते हैं। पिछले कुछ वर्षों में कंपनी ने कामकाजी माताओं के लिए मैटेरनल लीव व सरोगेसी लीव, मासिक धर्म अवकाश, चाइल्ड केयर लीव, नर्सिंग ब्रेक आदि जैसी कई अग्रणी पहलों की घोषणा की है। टाटा स्टील ने 25 बाय 25 (2025 तक 25 प्रतिशत विविधतापूर्ण कार्यबल) के अपने लक्ष्य के अनुरूप विविध प्रतिभाओं को शामिल करने के लिए वीमेन ऑफ मेटल स्कॉलरशिप प्रोग्राम, वीमेन@माइन्स, टेक टू-कैरियर ब्रेक पर महिलाओं के लिए अवसर पैदा करना आदि जैसी पहल भी शुरू की है।
वर्ष 2016 में इंडिया इंकॉर्पोरेशन के लैंगिक समावेशन के सर्वोत्तम अभ्यासों को सम्मानित करने के लिए वर्किंग मदर एंड अवतार ’बेस्ट कंपनीज फॉर वूमेन इन इंडिया’ को लॉन्च किया गया था। पिछले छह संस्करणों में इस अध्ययन को हर साल आईटी/आईटीईएस, बीएफएसआई, कंसल्टिंग, एफएमसीजी, मैन्युफैक्चरिंग, फार्मा, शिक्षा, आतिथ्य, दूरसंचार आदि औद्योगिक क्षेत्र की कंपनियों से 300 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं।