रांची। मनरेगा आयुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी ने कहा है कि अब मनरेगा को रोजगार सृजन के साथ कुपोषण जैसी समस्या से निपटने का कारगर हथियार बनाया गया है। वह 30 अगस्त को कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, जेएसएलपीएस एवं मनरेगा को जोड़ कर संचालित दीदी बाड़ी योजना से संबंधित बैठक में बोल रही थीं।
मनरेगा आयुक्त ने कहा कि मनरेगा अंतर्गत दीदी बाड़ी योजना के माध्यम से इस पर पहल की जा रही है। बैठक में पपीता, नींबू, आंवला और कटहल मोरिंगा की खेती ग्रामीण परिवारों के साथ करने पर चर्चा की गई।
मनरेगा और कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के साथ राज्य में पपीता, नींबू, आंवला और कटहल मोरिंगा की खेती को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा एवं संबंधित विषय पर विस्तार से बात हुई।
उक्त बैठक में उपनिदेशक उद्यान निदेशालय राजेंद्र किशोर, कृषि निदेशालय के अपर निदेशक बीएन त्रिपाठी और अन्य शामिल थे।