तबादला सहित अन्‍य मांगों को लेकर राज्‍यसभा सांसद से मिला संयुक्त शिक्षक मोर्चा

झारखंड
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  • मुख्‍यमंत्री से वार्ता के लिए पहल करने का किया अनुरोध

रांची। झारखंड प्रदेश संयुक्त शिक्षक मोर्चा का शिष्टमंडल राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माजी से उनके आवास पर बुधवार को मिला। उसने शिक्षकों के गृह जिला अथवा अंतर जिला स्थानांतरण के मुद्दे से जुड़ी समस्या सहित अन्‍य मांगों पर चर्चा की। उसके निराकरण के लिए मुख्‍यमंत्री से मोर्चा की वार्ता कराने की पहल करने का आग्रह किया।

मोर्चा के संयोजक अमीन अहमद ने कहा कि लगातार 5 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले शिक्षकों को पूर्व से ही अंतर जिला और गृह जिला स्थानांतरण का लाभ दिए जाने का प्रावधान लागू था। इसे नई स्थानांतरण नियमावली में हटा दिया गया है। इसके फलस्वरूप आज शिक्षक वर्षों सेवा देने के बाद भी गृह जिला अथवा अंतर जिला स्‍थानांतरण के लाभ से वंचित हैं।

अहमद ने कहा कि शिक्षकों का गृह जिला अथवा अंतर जिला स्थानांतरण नहीं होने से शिक्षा के अधिकार अधिनियम-2009 का भी राज्‍य में पालन नहीं हो पा रहा है। बच्चों की शिक्षा उनकी मातृभाषा में दिए जाने के अधिकार का उल्लंघन हो रहा है। बच्चों के पठन-पाठन में भाषाई समस्या के कारण शिक्षा में गुणात्मक समृद्धि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता अरुण कुमार दास ने बताया कि वर्तमान में विभाग द्वारा सिर्फ असाध्य रोग से पीड़ित और पति-पत्नी के अलग-अलग जिलों में पदस्थापित शिक्षक-शिक्षिकाओं को गृह जिला अथवा अंतर जिला स्थानांतरण की प्रक्रिया आरंभ की जा रही है। उक्त प्रक्रिया के तहत दिव्यांग शिक्षक-शिक्षिकाओं को शामिल किए जाने की जरूरत है। कई सामान्य शिक्षकों के माता-पिता अथवा आश्रित असाध्य रोग से पीड़ित हैं। उन्‍हें और म्युचुअल ट्रांसफर की स्थिति को विशेष परिस्थिति में वर्तमान व्यवस्था के अंतर्गत लाने की जरूरत है।

मोर्चा के संयोजक विजय बहादुर सिंह ने सांसद से मुख्यमंत्री के समक्ष उक्त समस्या के निराकरण के लिए मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल के साथ जल्द वार्ता के लिए पहल करने का अनुरोध किया।

उक्त समस्या के साथ राज्य के शिक्षकों का वर्षों से लंबित छठे वेतन आयोग द्वारा अनुशंसित उत्क्रमित वेतनमान के अनुरूप अंतरिम वेतनमान को लागू करने, राज्‍य के अन्य कर्मचारियों के समान शिक्षकों को एमएससीपी का लाभ देने और शिक्षकों की सेवानिवृत्ति उम्र 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष करने एवं अन्‍य लंबित मांगों को पूर्ण कराने का अनुरोध किया गया।

सांसद डॉ महुआ माजी ने इस मामले को त्वरित संज्ञान में लेते हुए जल्द मुख्यमंत्री से वार्ता के लिए पहल करने का आश्‍वासन दिया।

प्रतिनिधिमंडल में मोर्चा के संयोजक अमीन अहमद, विजय बहादुर सिंह, प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी अरुण कुमार दास और राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के संगठन मंत्री राकेश श्रीवास्तव उपस्थित थे।