रांची। झारखंड के रांची जिले के कांके प्रखंड स्थित गारु गांव में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) एवं राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (एनआरआरआई), कटक समर्थित 4एस4आर फार्मर प्रोडूसर कंपनी लिमिटेड नामक किसान उत्पादक संगठन (FPO) की बैठक हुई। इसमें परियोजना टीम लीडर डॉ बीके झा ने सदस्यों को एफपीओ परियोजना का उद्देश्य, कार्यप्रणाली, गतिविधियों एवं भावी कार्यक्रमों के सबंध में अवगत कराया।
डॉ झा ने बताया कि भारत में छोटे और सीमांत किसानों की समस्याओं को देखते हुए केंद्र एवं राज्य सरकारें किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) को बढ़ावा दे रही है। एफपीओ, किसान सदस्यों द्वारा नियंत्रित स्वैच्छिक संगठन हैं। इसका उद्देश्य किसानों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना और उभरते बाजार के अवसरों में उनके लाभ को बढ़ाना है। इसके प्रमुख कार्यों में बीज, उर्वरक और मशीनरी की आपूर्ति, बाजार से जुड़ाव, प्रशिक्षण और नेटवर्किंग और वित्तीय और तकनीकी सलाह शामिल है।
डॉ झा ने एफपीओ सदस्यों को कंपनी में अधिकाधिक ग्रामीण किसानों को जोड़ने पर बल दिया, ताकि किसान सदस्यों को कंपनी से जुड़कर रियायती दर पर खाद-बीज एवं कीटनाशी आसानी से प्राप्त हो सके। किसान वैज्ञानिक तौर- तरीके से खेती कर अपने उत्पादन लागत को कम कर अधिक लाभ ले सके। उन्होंने बताया कि कांके एफपीओ को निर्यात का लाइसेंस भी मिल चुका है। कंपनी से जुड़कर किसान सदस्य अपने उत्पाद का अच्छा मूल्य प्राप्त कर सकते है।
मौके पर प्रबंध निदेशक राजेन्द्र महतो ने ग्रामीण स्तर पर एफपीओ की कार्य प्रणाली से बहुतायत किसानों को जागरूक करने और सभी किसानों को कंपनी से जोड़ने पर जोर दिया, ताकि इस कंपनी से अधिक संख्या में जुड़कर भारत सरकार के इस महत्त्वकांक्षी योजना का लाभ किसानों को मिल सके।
कंपनी के पदाधिकारियों ने कांके प्रखंड के दुबलिया गांव की बैठक में सदस्यों को बताया कि किसानों की आमदनी में वृद्धि एफपीओ माध्यम से ही संभव है। बैठक में किसान सदस्यों ने एक स्वर से विशेषकर ग्रामीण किसान महिलाओं को कंपनी से जोड़ने पर जोर दिया। बैठक के दौरान कंपनी के किसान सदस्यों ने जल्द ही सभी किसानों को सदस्यता ग्रहण कराने की बात कहीं। बैठक में परियोजना समन्यवयक अभिषेक श्रीवास्तव, सीईओ एमके श्रीवास्तव एवं लेखापाल पुरुषोत्तम कुमार ने भाग लिया।