पारस एचईसी हॉस्पिटल में शुरू हुआ ‘पारस ब्लिस’, जानें खूबी

झारखंड सेहत
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रांची। पारस एचईसी अस्पताल ने रांची में गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए मदर एंड चाइल्ड हेल्थ केयर यूनिट ‘पारस ब्लिस’ शुरू किया है। इहका उद्घाटन 15 दिसंबर को ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ धर्मेंद्र नागर ने किया।

कंपनी के ग्रुप सीओओ डॉ सैंटी साजन ने कहा, ‘एचईसी की 50 साल की विरासत को जारी रखते हुए अब पारस भी पारस ब्लिस के उद्घाटन के साथ रांची और आसपास के जिलों में अपनी सेवा आरंभ कर रहा है। पारस ब्लिस में अनुभवी डॉक्टरों और उन्नत तकनीक के साथ गर्भवती महिला और बच्चों के इलाज की अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। यह चौबीसों घंटे आपातकालीन सेवाओं के साथ महिला और बच्चों की चिकित्सा जरूरतों को भी पूरा करेगा।’

डॉ साजन ने बताया कि इसमें सहायक गर्भाधान, प्रसव, प्रसवोत्तर देखभाल और नवजात और बाल चिकित्सा उप-विशिष्टताएं शामिल हैं। नियोनेटल आईसीयू की विश्व स्तरीय क्षमताएं इस क्षेत्र में समय से पहले जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं की देखभाल में मौजूदा अंतर को ख़त्म करने में बहुत मदद करेंगी।

अस्पताल के रीजनल डायरेक्टर डॉ सुहाश आराध्ये ने कहा, ‘पारस ब्लिस को जच्चा और बच्चा को ध्यान में रख्ते हुए अत्याधुनिक सुविधा युक्त बनाया गया है। कुल 25 बेड में से 6 बेड नियोनेटोलॉजी आईसीयू में, 7 बेड नर्सरी में और बाकी 12 ट्विन शेयरिंग बेड हैं। इसे डॉ पूनम बांका (वरिष्ठ सलाहकार एवं विभागाध्यक्ष, प्रसूति एवं स्त्री रोग), डॉ अंशु अग्रवाल (वरिष्ठ सलाहकार ,प्रसूति एवं स्त्री रोग) और डॉ विकास आनंद (सलाहकार, शिशु रोग ) एवं उनकी टीम संचालित करेगी।’

पारस अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर न्यूरो साइंस और VC (न्यूरो साइंस) डॉ संजय कुमार ने कहा, ‘पारस ब्लिस रांची और आसपास के इलाकों में एक ही छत के नीचे विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ बेहतर इलाज मुहैया कराएगी। रोगी की चिकित्सा प्रगति में डॉक्टर और रोगी के बीच संबंध भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पारस एचईसी अस्पताल का हरा-भरा स्वच्छ वातावरण मरीज़ों को जल्द ठीक करने में अच्छा सहयोग करता है।’

अस्पताल के फैसिलिटी डायरेक्टर डॉ नितेश कुमार ने बताया, ‘पारस एचईसी अस्पताल उन्नत तकनीक, अनुभवी चिकित्सक और बेहतरीन सुविधाओं के साथ आगे बढ़ रहा है। पारस ब्लिस के साथ हमारा उद्देश्य सभी गर्भवती माताओं को चिकित्सा उपचार प्रदान करना है, ताकि उन्हें मातृत्व संबंधी किसी भी उपचार के लिए और अपने बच्चे की डिलीवरी के लिए रांची से बाहर जाने की आवश्यकता न पड़े। अब पारस ब्लिस यूनिट के साथ, 25 और बेड जोड़ कर कुल 150 बेड कर रहे हैं ताकि हम रांची और पूरे झारखंड को सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं प्रदान कर सके।’

आज के उद्घाटन कार्यक्रम में पारस एचईसी अस्पताल ने कुछ ऐसे लोगों को भी आमंत्रित किया है, जिनका जन्म इस अस्पताल में पहले हुआ था। सभी ने अस्पताल से जुड़ी अपनी यादें साझा कीं। कई लोग अस्पताल की यादें साझा करते हुए भावुक हो गए, जो इस अस्पताल के 50 साल की लंबी विरासत के गवाह रहे हैं।