टीएसएएफ ने कोविड-19 को मात देने के लिए शुरू किए दो नये अभियान

झारखंड
Spread the love

जमशेदपुर। टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) ने इस महीने दो नये अभियान शुरू किए हैं। लद्दाख में जुड़वां-शिखर चुनौती के दो ट्रेक ‘कांग यात्ज़े-II’ और ‘जो जोंगो’ और शाम घाटी अभियान का नेतृत्व अनुभवी पर्वतारोहियों द्वारा जायेगा। इनमें प्रख्यात भारतीय पर्वतारोही और टीएसएएफ की मेंटर सुश्री बछेंद्री पाल भी शामिल हैं।

जुड़वां-चुनौती में प्रतिभागी ‘कांग यात्‍जे-II’ और ‘जो जोंगो’ की दो चोटियों पर चढ़ेंगे। उनका नेतृत्व अनुभवी और प्रमाणित इंस्ट्रक्टर धर्मेंद्र सिंह, अस्मिता दोरजी, राथू महतो और सुशांतो महतो कर रहे हैं। इस ट्रेक की अधिकतम ऊंचाई 20,505 फीट है, जो इसे एक अद्वितीय चुनौती अभियान बनाता है। यह केवल अनुभवी पर्वतारोहियों के लिए है। ट्रेक की अवधि 15 दिन है, जो 21 अगस्त, 2021 से शुरू हो कर 5 सितंबर, 2021 को समाप्त होगा। आठ प्रतिभागी अभियान पर जाएंगे।

दूसरे ट्रेक का नेतृत्व सुश्री पाल के साथ माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली एक अन्य पर्वतारोही पूनम राणा और ट्रेक इंस्ट्रक्टर मोहन सिंह, नवेंद्र सिंह पंवार और रणदेव सिंह करेंगे। शाम घाटी ट्रेक छह दिनों तक चलेगा। प्रतिभागियों को 12,713 फीट की ऊंचाई नापनी होगी। यह 24 अगस्त से 29 अगस्त, 2021 तक चलेगा। इस अपेक्षाकृत आसान ट्रेक के लिए 13 प्रतिभागियों ने साइन-अप किया है।

दो अभियान शौकिया पर्वतारोहियों के लिए बहुप्रतिक्षित आवश्यक ब्रेक प्रदान करेंगे, जो मार्च, 2020 में महामारी की शुरुआत के बाद से यात्रा और अन्य प्रकार की बाहरी गतिविधियों से दूर रहने को मजबूर थे। प्रतिभागी और आयोजकों की सुरक्षा समान रूप से सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक सावधानियां और प्रोटोकॉल लागू किये गये हैं।

‘टाटा समूह’ टीएसएएफ और टाटा ट्रस्ट के माध्यम से भारत में स्पोर्ट क्लाइिंबंग के विकास में अग्रणी रहा है। इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन का पहला वॉल 1994 में टाटा स्टील द्वारा प्रायोजित किया गया था। इसे ’जेआरडी टाटा वॉल’ नाम दिया गया था। भारत में एक निजी क्लब द्वारा आयोजित क्लाइंबिंग के दो वर्ल्ड कप टाटा ट्रस्ट द्वारा प्रायोजित थे।

टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन क्लाइंबिंग सेंटर 2014 में स्थापित किया गया था। तब से यह खेल को बढ़ावा देने और युवा प्रतिभाओं को पोषित करने के लिए भारत में उपलब्ध सर्वोत्तम सुविधाओं में से एक के रूप में विकसित हुआ है। टीएसएएफ प्रशिक्षण, पोषण, आवास और शिक्षा प्रदान कर कई वंचित बच्चों को तैयार करने में भी मदद रहा है।

दिसंबर 2019 में टीएसएएफ ने ’टाटा स्टील स्पोर्ट क्लाइम्बिंग चैंपियनशिप’ शुरू किया था, जो 6 से 16 वर्ष के आयु वर्ग के युवा क्लाइंबरों के लिए तीन दिवसीय खुली प्रतियोगिता थी। टीएसएएफ ने तब से इस चैंपियनशिप को भारत का एक प्रमुख वार्षिक क्लाइंबिंग प्रोग्राम बना दिया है, जो आने वाले समय में देश के युवाओं के लिए नया और उभरता हुआ अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन का रूप लेगा। यह वार्षिक खेल आयोजन न केवल बड़े पैमाने पर समुदाय को शामिल करने और भारत में क्लाइंबिंग को व्यापक रूप से अपनाने के लिए मंच के रूप में काम करेगा, बल्कि खेल की पहुंच बढ़ाने में संस्थानों और स्टेकहोल्डरों का एक नेटवर्क भी बनाएगा।