कोविड ड्यूटी में लगे शिक्षकों का 50 लाख का हो बीमा, मिले बेहतर चिकित्सा सुविधा

झारखंड
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रांची। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने कहा है कि कोविड ड्यूटी में लगे शिक्षकों का 50 लाख का बीमा होगा। उन्‍हें और उनके परिवार को बेहतर चिकित्‍सा सुविधा प्रदान की जाएगी। इस बाबत संघ ने मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन को 29 अप्रैल को पत्र लिखा है।

संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र चौबे, महासचिव राममूर्ति ठाकुर और मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि राज्य भर में कोविड संक्रमण से जंग लड़ने में झारखंड सरकार के प्रयासों में शिक्षक भी दिन रात अपनी सेवाएं दे रहे हैं। विभिन्न जिलों में प्रशासन के निर्देश पर अस्पताल, वैक्सीनेशन, आइसोलेट और कोविड जांच केंद्रों पर अलग-अलग शिफ्टों में शिक्षक कार्य कर रहे हैं। इस दौरान कोविड केंद्रों पर प्रतिनियुक्त कई शिक्षक खुद भी संक्रमित हो रहे हैं। इससे उनके खुद के साथ-साथ परिवार भी मानसिक दवाब में होते हैं।

संघ के पदधारियों ने कहा है कि अधिकांश जगहों पर कोविड ड्यूटी से संबंधित सुरक्षा किट के बिना ही शिक्षकों को सशंकित अनजान लोगों के संपर्क में आने को बाध्य किया जा रहा है। साथ ही सरकार के 2020 के निर्देश के विपरीत दिव्यांग शिक्षकों को भी अस्पताल और कोविड केंद्रों में प्रतिनियुक्त किया गया है।

शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर शिक्षकों की सुरक्षा, इलाज व पारिवारिक हित से जुड़े विषयों को दुरुस्त करने की मांग की है। संघ ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि कोविड ड्यूटी में प्रतिनियुक्त सभी शिक्षकों को कोरोना योद्धा घोषित किया जाए। सभी प्रतिनियुक्त शिक्षकों को 50-50 लाख रुपये के बीमा से आर्थिक और मानसिक सुरक्षा दी जाए। कोरोना सेवा में लगे शिक्षकों के संक्रमित होने पर उन्हें और उनके परिवार के इलाज की बेहतर व्यवस्था सरकार के स्तर से की जाए।

संघ ने कहा है कि दिव्यांग, 50 वर्ष से अधिक आयु वाले और गंभीर बीमारी से ग्रसित शिक्षकों को कोविड ड्यूटी से मुक्त रखा जाए। सबों को कोविड सुरक्षा किट देकर ही कार्य में लगाया जाए। साप्ताहिक अवकाश अवश्य दिया जाए।