ग्रामीणों के साथ श्रमदान कर डीसी, एसपी ने नदी पर बनाया बोरीबांध

झारखंड
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खूंटी। जनशक्ति से जलशक्ति के तहत नदी बचाओ अभियान में जुड़कर जिले के डीसी शशि रंजन, एसपी अमन कुमार, डीडीसी नितीश कुमार, बीडीओ मिथलेश कुमार ने श्रमदान कर बनई नदी पर बोरीबांध का निर्माण किया। इस अभियान से रविवार को बीडीओ मिथलेश कुमार, झारखंड के 13 जिलों के पीपीआईए (पब्लिक पॉलिसी इन एक्शन) फेलो समेत कई पंचायत प्रतिनिधि, सेवा वेलफेयर के सदस्य और गानालोया गांव के आधा दर्जन ग्रामीणों ने श्रमदान किया।

कई गांव को मिलेगा पानी

इस बोरीबांध का मुख्य उद्देश्य नदी बचाने सहित जलापूर्ति योजना के तहत मुरहू, डुडरी, कोड़ाकेल, गुरमी, करंजटोली को निर्बाध रूप से पानी देना है। इसके साथ ही बोरीबांध के पानी से आसपास के खेतों का पटवन भी संभव हो पाएगा।

श्रृंखलाबद्ध बोरीबांध बनेंगे

मौके पर डीसी शशि रंजन ने कहा कि जिला प्रशासन, सेवा वेलफेयर सोसाईटी व स्थानीय ग्रामीणों के माध्यम से इस वर्ष नदी बचाओ अभियान शुरू हुआ है। नदियों पर श्रृंखलाबद्ध बोरीबांध बनाए जाएंगे। इसके अलावा गांवों में जगह-जगह पर 200 से ज्यादा बोरीबांध बनाए जाएंगे, जिसमें लगभग 10 हजार ग्रामीण श्रमदान करेंगे। यह जल संचयन के क्षेत्र में एक बड़ा गेम चेंजर साबित होगा।

जलस्तर उपर आएगा

डीसी ने कहा कि नदियों के बहाव फरवरी महीने में ही काफी घट गया है, जो चिंतनीय है। मई-जून तक स्थिति और बिगड़ने की आशंका है। उन्होंने कहा कि नदियों पर बोरीबांध बनाकर नदियों को बचाया जाएगा। डीसी ने गानालोया में बनई नदी पर बने बांध के संबंध में कहा कि इसके बनने से मुरहू समेत कई गांवों को प्रचंड गर्मी में भी निर्बाध रूप से पेयजल उपलब्घ कराया जा सकेगा। इसके साथ ही गानालोया गांव का भूगर्भीय जलस्तर उपर आएगा। पटवन करने के साथ बोरीबांध का पानी नहाने-धोने के काम आएगा।

चलंत सोलर पंपसेट मिलेगा

डीसी ने कहा कि प्रत्येक बोरीबांध बनाने वाले गांव के किसानों को सिंचाई के लिए पांच एचपी का चलंत सोलर पंपसेट जिला प्रशासन देगी। अब किसान गर्मी के मौसम में भी दूसरी फसल की खेती कर सकेंगे।

इन लोगों ने किया श्रमदान

गनालोया में बने बोरीबांध में प्रमुख एलिस ओड़ेया, उपप्रमुख अरूण कुमार साबू, गनालोया के मुखिया दानियल डुंगडुंग, मुरहू की मुखिया ज्योति ढ़ोढ़राय, पंचायत समिति सदस्य रोशन गंझू,  सेवा वेलफेयर सोसाईटी के देवा हस्सा, उमेश कुमार, सुशील सोय, महेश कुमार, राजद के जिलाध्यक्ष शहजादा खां, सरोज महतो, दिलीप गौंझू, आदित्य गौंझू, सोनू महतो, चितरंजन महतो, अविषेक महतो, नवीन गौंझू, पियूष महतो, विवेक कुमार, एवीवीपी के अमित महतो, घाघरा के ग्रामप्रधान समेत बांधटोली, घाघरा, करंजटोली के ग्रामीणों ने श्रमदान किया। बोरीबांध निर्माण में एपेक्स कंक्रीट इंफ्रा प्राईवेट लिमिटेड, रिंग रोड, रांची व भारत गैस एजेंसी के सुरेश प्रसाद ने भी बोरीबांध निर्माण में मदद की। 

रोकना होगा नदी का दोहन

बोरीबांध निर्माण में जुटे ग्रामीणों ने कहा कि बनई एक छोटी सी नदी है, लेकिन 50 से ज्यादा गांवों की यह जीवनधारा है। ग्रामीणों ने कहा कि नदी से काफी बड़े पैमाने पर अवैध रूप से बालू का उठाव हो रहा है। इससे नदी के अस्तित्व को खतरा है। ग्रामीणों की मांग है कि बालू के अवैघ खनन को रोकना होगा।