ईमानदारी अभी जिंदा है साहब! इसकी जीती जागती तस्वीर पलामू जिले के हैदरनगर में देखने को मिली। यहां के इस्लामगंज निवासी यासीन अंसारी की पुत्री तबस्सुम आरा ने एक मुसाफिर के गिरे हुए 40 हजार खोज कर उसे वापस लौटा दिया।
दरअसल, डालटनगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक पर हैदरनगर के बिलासपुर गांव के भोला सिंह बैठे थे। उन्हीं के बगल में हैदरनगर की इस्लामगंज निवासी तबस्सुम आरा भी अपने बीमार बच्चे को लेकर बैठी थी। अचानक भोला सिंह वहां से रेलवे स्टेशन के बाहर चले गये। इस बीच तबस्सुम आरा की नजर वहां पड़े नोट की गड्डी पर पड़ी। उसने उसे उठा लिया। तबस्सुन ने नोट की गड्डी को उठाकर रेलवे स्टेशन के बाहर बगल में बैठे शख्स को ढूंढने लगी। वह उन्हें जानती पहचानती भी नहीं थी। रेलवे स्टेशन के बाहर एक पेड़ के समीप उन्हें खड़ा देख तबस्सुम ने राहत की सांस ली। उनके पास जाकर नोट की गड्डी उन्हें दी।
भोला सिंह ने अपना पॉकेट देखा, तब पता लगा कि उनका पैसा गायब है। उन्होंने बताया कि उस गड्डी में चालीस हजार रुपये थे। महिला की इस ईमानदारी की चर्चा डालटनगंज रेलवे स्टेशन और आस पास जंगल की आग की तरह फैल गयी है। भोला सिंह और गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि आज भी इस जमाने में ईमानदार लोग हैं। इसका एहसास तबस्सुम आरा ने करा दिया है। उन्होंने महिला का आभार जताया है।