कोलकाता। बड़ी पश्चिम बंगाल से आ रही है। यहां राजनीतिक हिंसा में पिछले तीन दिनों में दो बीजेपी कार्यकर्ता की कथित तौर पर हत्या कर दी गई। कल पुरुलिया में एक शख्स दुलाल कुमार का शव एक टावर से लटका मिला।
बीजेपी ने पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए आज बंद बुलाया है। इस घटना से दो दिन पहले त्रिलोचन महतो (20) का शव पुरूलिया जिले के बलरामपुर में एक पेड़ से लटका मिला था।
बीजेपी ने दावा है कि दोनों पार्टी के कार्यकर्ता हैं और उन्होंने हालिया पंचायत चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाई थी। इसी वजह से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने उसकी हत्या कर दी। हालांकि टीएमसी ने बीजेपी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है और सभी आरोपों से इनकार किया है।
इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने पुरुलिया के पुलिस अधीक्षक जॉय बिस्वास का ट्रांसफर कर दिया है और हत्या के मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी है।
पुलिस अधीक्षक जॉय बिस्वास ने बताया कि इसी पुलिस थाना क्षेत्र में दुलाल कुमार (35) का शव दावा गांव में एक खेत के पास एक विद्युत पारेषण टॉवर से लटका मिला। उन्होंने बताया कि अब तक इस घटना के संबंध में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कथित ‘‘ राजनीतिक हत्याओं ’’ के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। शाह ने ट्वीट किया, ‘‘ पश्चिम बंगाल के बलरामपुर में बीजेपी कार्यकर्ता दुलाल कुमार की हत्या के बारे में जानकर परेशान हूं। पश्चिम बंगाल की भूमि पर यह क्रूरता और हिंसा शर्मनाक और अमानवीय है। ममता बनर्जी की सरकार राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रखने में पूरी तरह असफल रही है। ’’
पुरुलिया जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कोलकाता से करीब 295 किलोमीटर दूर बलरामपुर में एक बिना हस्ताक्षर वाला हाथ से बंगाली में लिखा हुआ नोट महतो के शव के पास से बरामद हुआ था। इस खत में कहा गया कि उसे राज्य में हाल में हुए स्थानीय निकाय चुनावों में ‘‘ बीजेपी के लिये काम करने के लिये दंडित किया गया।’’
केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए इन मौतों को ‘‘ राजनीतिक हत्याएं ’’ बताया है। उन्होंने कहा,‘‘ पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हत्याएं की जा रही है। अब तक (पंचायत चुनावों के बाद से) 19 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी हैं। दुलाल और त्रिलोचन महतो इसके ताजा शिकार हुए है।’’