सीआईपी में मनाया गया डीएमडी दिवस

झारखंड
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रांची। सीआईपी की ओपीडी में 7 सितंबर, 2023 को डचेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (डीएमडी) दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में ओपीडी में आने वाले मरीजों और उनकी देखभाल करने वालों ने भाग लिया। कार्यक्रम सीआईपी के निदेशक डॉ बासुदेब दास के मार्गदर्शन में हुआ।

सीनियर रेजिडेंट डॉ भावना ने डचेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी की व्यापकता, लक्षणों और निदान के बारे में एक संक्षिप्त परिचय के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्‍होंने बताया कि डीएमडी एक आनुवंशिक विकार है। यह मांसपेशियों में कमजोरी लाती है।

समय और उम्र के अनुसार ये कमज़ोरी बढ़ती जाती है। ये बीमारी 3500 लोगों में से किसी एक इंसान को होने की आशंका रहती है। इसके लक्षण बचपन में ही शुरू हो जाते हैं। आमतौर पर 2 और 3 साल की उम्र के बीच ये होते हैं।

मरीजों और उनके रिश्तेदारों ने इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया। डीएमडी की पहचान कैसे करें। बीमारी के इलाज, इसके पूर्वानुमान और उपलब्ध उपचार विकल्प के बारे में प्रश्न पूछे।

इस कार्यक्रम में डॉ. आदित्य, डॉ पूनम, डॉ रुचिरा, डॉ चंद्रमौली, डॉ उमेश एस. और डॉ. वरुण मेहता ने भाग लिया।

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