विधवा से शादी करने के लिए सईद बना सतीश, मंदिर में लिए 7 फेरे

उत्तर प्रदेश देश
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उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक विधवा महिला से प्रेम करने वाले युवक ने अपनी प्रेमिका के लिए अपने मजहब का ही त्याग कर दिया। युवक ने मुस्लिम धर्म को छोड़कर हिन्दू धर्म अपनाया और धर्म परिवर्तन करने के बाद हिन्दू रीति रिवाज से अपनी महिला प्रेमिका से शादी की।

सईद से सतीश बने युवक ने सात जन्मों का साथ निभाने की कसम खाई। महिला की मांग में सिंदूर भरा और विवाह रचाया। बता दें कि कोतवाली बिलासपुर के मोहल्ला भट्टी टोला निवासी जमील अहमद का बेटा सईद अहमद राजमिस्त्री का काम करता है।

सईद अहमद का अनुसूचित जाति की एक विधवा महिला शारदा के साथ करीब आठ साल से प्रेम प्रसंग चला आ रहा था। शारदा के पति अर्जुन सिंह का करीब 12 साल पहले निधन हो गया था। कुछ दिन पहले देर रात सईद को प्रेमिका के घर से निकलते समय हिन्दू समाज के कुछ व्यक्ति ने देख लिया था। युवक को हिन्दू समाज के लोगों ने दबोच लिया था। मामला दो समुदाय से जुड़ा होने के कारण विवाद खड़ा हो गया था।

झगड़ा बढ़ने पर युवक पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंच गए थे और देखते ही देखते विवाद गर्माने लगा था। इसी बीच किसी व्यक्ति ने इस मामले की सूचना पुलिस को भी दी। पुलिस प्रेमी जोड़े को अपने साथ कोतवाली ले आई थी। साथ ही मंगलवार की सुबह प्रेमी जोड़े को उनके परिवारों को सौंप दिया था।

विवाह की जिद पर अड़े प्रेमी जोड़े ने परिवारों के साथ रहने से साफ इनकार कर दिया था।  उन्होंने विवाह करके एक साथ रहने की इच्छा जाहिर की थी। धर्म के ठेकेदारों को यह बात जरा भी कबूल नहीं हुई। वह अपने-अपने स्तर से दोनों को समझाने लगे, लेकिन मजहब को भूल प्यार में पागल प्रेमी जोड़े ने किसी की नहीं मानी।

युवक ने अपनी महिला प्रेमिका के लिए मुस्लिम धर्म छोड़कर हिन्दू धर्म में शामिल होने का प्रस्ताव रखा। प्रेमी ने एसडीएम को एक शपथ पत्र देकर अपनी इच्छा से हिन्दू धर्म अपना लिया।

एसडीएम अमन देओल ने शपथ पत्र से जिला स्तरीय अधिकारियों को अवगत करवा दिया था। हिन्दू धर्म अपनाकर सईद से सतीश बने युवक ने अपनी हिंदू महिला प्रेमिका के साथ मंदिर में सात फेरे लेते हुए विवाह रचा लिया। 

अखंड भारत परिषद अखाड़ा व भावाधस के तत्वावधान में बिलासपुर हाईवे स्थित धनोरा मोड पर मंदिर परिसर में विवाह संपन्न हुआ। सईद से सतीश बने युवक ने महिला को मंगलसूत्र पहनाया और मांग में सिंदूर भी भरा।

साथ ही उसने सात फेरे लेते हुए सात जन्मों तक साथ निभाने का वायदा भी किया। शादी करने के बाद दोनों प्रेमी और प्रेमिका बिलासपुर नगर से कहीं बाहर चले गए। अपनी महिला प्रेमिका के लिए धर्म परिवर्तन कर उससे शादी करने का मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।