देवघर। सोमवार को बाबा बैद्यनाथ धाम में झारखंड के कृषि, पशुपालन मंत्री बादल पत्रलेख ने वैदिक मंत्रोचार के बीच विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का उद्घाटन किया। वहीं इसके बाद बादल पत्रलेख ने झारखंड-बिहार के दुम्मा प्रवेश बॉर्डर पर फीता काटकर 100 किलोमीटर पैदल चलकर आए कांवरियों को बाबाधाम में प्रवेश कराया।
यहां से होते हुए कांवरिया बाबा बैद्यनाथ पर जल चढ़ाएंगे। हालांकि सावन में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए लोग स्पर्श पूजा नहीं कर सकेंगे।
आपको बता दें कि विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला और बाबाधाम मंदिर में सावन में लाखों श्रद्धालु कांवर लेकर बाबाधाम पहुंचते हैं और बाबा भोलेनाथ पर जल अर्पण करते हैं। प्रत्येक वर्ष गुरु पूर्णिमा को मेले का उद्घाटन किया जाता है। इस वर्ष श्रावणी मेला में 19 सालों के बाद बेहद खास संयोग बना है। दरअसल इस बार श्रावणी मेले के साथ-साथ मलमास मेला भी लगने वाला है।
आपको यह भी बता दें कि इस साल श्रवाणी मेला दो चरणों में चलेगा, जिसका सोमवार को विधिवत उद्घाटन किया गया। उद्घाटन समारोह में मंत्री बादल के साथ पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, विधायक नारायण दास, संथाल परगना डीआईजी सुदर्शन मंडल, देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री, देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट समेत तमाम अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
इस वर्ष श्रावणी मेला के दौरान देवघर के कांवरिया पथ पर गंगा नदी का बालू बिछाया गया है। इसके साथ-साथ जिला प्रशासन के द्वारा यहां पहुंचने वाले देवतुल्य श्रद्धालुओं के लिए शौचालय, शुद्ध पेयजल एवं ठहरने की भी व्यवस्था की गयी है, ताकि श्रद्धालु यहां से एक सुखद अनुभूति लेकर वापस जाएं।