Jharkhand : स्‍कूलों में ऐसे विद्यार्थियों को पहले मिलेगी मुफ्त किताबें

शिक्षा झारखंड
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रांची। झारखंड (Jharkhand) के सरकारी स्‍कूलों में शैक्षणिक सत्र 2023-24 में कक्षा 1 से 8 और कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों को मुफ्त में पाठ्य पुस्तकें दी जानी है। इसे लेकर विस्‍तृत दिशा-निर्देश झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की सहायक निदेशक मसूदी टुडू ने 7 जून को जारी किया है। इसमें कुछ खास विद्यार्थियों को प्राथमिकता दिए जाने की बात भी कही है।

सहायक निदेशक ने इसकी जानकारी सभी क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक, जिला शिक्षा पदाधिकारी-सह-जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक-सह- अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को दी है।

नि:शुल्‍क किताबों का वितरण

सहायक निदेशक के अनुसार इस वर्ष भी राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों, सभी सरकारी सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित) विद्यालयों, मदरसों आदि में समग्र शिक्षा के अंतर्गत कक्षा 1 से 8 तक में नामांकित सभी छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पाठ्य-पुस्तकों को विद्यालयों तक पहुंचाना एवं उन्हें छात्रों के बीच वितरित किया जाना है।

प्रखंडों में आपूर्ति शुरू

वर्तमान वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार की योजना के अंतर्गत सरकारी उच्च विद्यालय के कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पाठ्य-पुस्तक वितरित किया जाना है। शैक्षणिक सत्र 2023-24 में झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् द्वारा नई पाठ्य पुस्तकों के मुद्रण एवं निःशुल्क वितरण के अंतर्गत जिलों के प्रखंडों में आपूर्ति आरंभ हो चुकी है। पाठ्य पुस्तकों के प्राप्ति एवं वितरण संबंधी कार्य को समुचित रूप से निष्पादित करने के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।

संख्या का मिलान करेंगे

सहायक निदेशक ने कहा है कि जैसे-जैसे पाठ्य-पुस्तकें प्रखंड/जिला स्तरीय भंडार में पहुंचेगी, संबंधित अवर विद्यालय निरीक्षक / प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी पुस्तकों को भंडारित करने के बाद उसकी संख्या का मिलान करेंगे। मुद्रक को प्राप्ति रसीद उपलब्ध करा देंगे।

विद्यालयों को उपलब्ध कराएं

कक्षावार प्राप्त सभी पाठ्य पुस्तकों को एक साथ संबंधित विद्यालय के प्रधान अथवा विद्यालय द्वारा अधिकृत शिक्षक को निश्चित रूप से उपलब्ध करा देंगे। जैसे-जैसे पाठ्य-पुस्तकें प्रखंडों में प्राप्त होती जाय, वैसे-वैसे विद्यालयों को उपलब्ध करा दिया जाय। इससे जहां प्रखंड में भंडारण के लिए स्‍थल उपलब्ध रहेगा, वहीं पुस्तकें विद्यालयों तक पहुंचती जाएंगी। यह प्रयास किया जाय कि विद्यालय तक पाठ्य-पुस्तकें प्रखंडों के द्वारा उपलब्ध करायी जाय।

वितरण में इसे दें प्राथमिकता

जिन छात्र-छात्राओं को अधिकतम अंक प्राप्त हुए हों।

जो छात्र छात्रा पहली बार विद्यालय में नामांकित हुए हों।

जिन छात्र-छात्राओं की वर्ग कक्ष में उपस्थिति सर्वोत्तम रही हो।

प्रतिवेदन उपलब्ध कराया जाए

सहायक निदेशक ने कहा है कि पाठ्य पुस्तकों के सभी कक्षाओं में वितरण के बाद प्रतिवेदन उपलब्ध कराया जाना है। यह उपयुक्त होगा कि विद्यालयों में कक्षावार नामांकित बच्चों का कम्प्यूटर में इंट्री पूर्व से करा ली जाय। जैसे-जैसे पाठ्य-पुस्तकें बच्चों के बीच वितरित होती जाय, उसके आंकड़े भी कम्प्युटरीकृत किये जायें। इसे evv में भी upload किया जाना है।

प्रखंडवार आंकड़ों की इंट्री

प्रखंडवार आंकड़ों की इंट्री के लिए संबंधित जिला अपने स्तर से अपने अधीनस्व पदाधिकारी कर्मियों को निर्देशित करेंगे। पाठ्य-पुस्तक वितरण पूरा होने के 15 दिनों के उपरांत उपर्युक्त सूची जेसीईआरटी को उपलब्ध करा दिया जाय, जिससे बच्चों के पाठ्य-पुस्तक प्राप्ति संबंधी स्थिति प्रतिवेदन से विभिन्न प्राधिकार को अवगत कराया जा सके।

अनुश्रवण ई-विद्यावाहिनी से

छात्र-छात्राओं को पाठ्य-पुस्तक प्राप्ति की अनुश्रवण ई-विद्यावाहिनी सॉफ्टवेयर के द्वारा भी किया जाता है। इसलिए वितरण संबंधी संख्या वर्गवार eVV पर अपलोड किया जाना है। निर्देशित किया जाता है कि इस पत्र दिये गये आदेशों पर अपेक्षित कार्रवाई अविलम्ब प्रारंभ की जाय।