विश्व योग दिवस पर बीएयू वीसी ने कहा, विद्यार्थियों के लिए नियमित योगाभ्यास जरूरी

झारखंड
Spread the love

रांची। योग गुरु भारत के नेतृत्त्व में मानवता की रक्षा और शांति में वैश्विक तौर पर योग साधना सशक्त माध्यम बनता जा रहा है। नियमित योग से ही शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक एवं मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य बनाये रखा जा सकता है। विद्यार्थियों में आत्मबल, बुद्धि, चेतना, इच्छा शक्ति और बेहतर शिक्षा के लिए नियमित योग एक बेहद सरल माध्यम है। भावी पेशेवर जीवन के लिए विद्यार्थियों के लिई नियमित योगाभ्यास बेहद सार्थक साबित होगी। उक्त बातें कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के आरएसी सभागार में विश्व योग दिवस पर आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कहीं।

डीन एग्रीकल्चर डॉ डीके शाही ने विद्यार्थियों को दैनिक जीवन में योगाभ्यास को शामिल करने और अपने साथियों के बीच योग को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

मौके पर आयोजित योग शिविर में कुलपति डॉ ओंकार सिंह के साथ डीन एग्रीकल्चर डॉ डीके शाही, डीएसडब्‍ल्‍यू डॉ बीके अग्रवाल, डायरेक्टर सीड एंड फार्म डॉ एस कर्माकार के अलावा शिक्षकों में डॉ नीरज कुमार, डॉ अरुण तिवारी, डॉ आरपी मांझी, डॉ एमके वर्णवाल, एचएन दास सहित कृषि एवं कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय के छात्र –छात्राओं ने भाग लिया।

शिविर में रांची के उपकार संस्था के प्रशिक्षक बजरंग शर्मा एवं हरेन्द्र प्रजापति ने योग के विभिन्न आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, अनुलोम विलोम, क्रिया योग एवं अष्टांग योग का अभ्यास कराया। कार्यक्रम का आयोजन बीएयू की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) यूनिट्स ने कि‍या।

स्वागत करते हुए एसोसिएट डीन (एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग) ई डीके रूसिया ने भारत वर्ष में योग एवं साधना की वर्षो से चली आ रही परंपरा पर प्रकाश डाला। समारोह का संचालन एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी (एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग) डॉ उत्तम कुमार और धन्यवाद एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी (एग्रीकल्चर) डॉ आरपी मांझी ने किया।