मणिपुर हिंसाः अबतक 54 लोगों की मौत, केंद्र ने भेजे अतिरिक्त सुरक्षा बल के जवान, जानें अभी कैसे हैं हालात

नई दिल्ली देश
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नई दिल्ली। मणिपुर में हिंसा की चपेट में आकर अब तक 54 लोगों की मौत हो चुकी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 54 मृतकों में 16 शव चुराचंदपुर जिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखे गए हैं, जबकि 15 शव इम्फाल ईस्ट के जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान में हैं।

इसके अलावा इंफाल पश्चिम के लाम्फेल में क्षेत्रीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान ने 23 लोगों के मरने की पुष्टि की है। हालात पर काबू पान के लिए सेना और असम राइफल्स के करीब 10,000 सैनिकों को राज्य में तैनात किया गया है।

मीडिया के हवाले से लिखा गया है कि दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प में कई लोग मारे गए हैं। वहीं 100 से अधिक लोगों के जख्मी होने की खबर है। हालांकि पुलिस इसकी पुष्टि करने को तैयार नहीं थी। बताया गया कि ये शव इंफाल पूर्व और पश्चिम, चुराचांदपुर और बिशेनपुर जैसे जिलों से लाए गए थे।

वहीं गोली लगने से घायल कई लोगों का इलाज जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान में भी चल रहा है। मणिपुर में हिंसा में नियंण पाने के लिए सेना की अधिक टुकड़ियों, रैपिड एक्शन फोर्स और केंद्रीय पुलिस बलों को भेजा गया है। 

अधिकारियों ने कहा कि मणिपुर नरसंहार में मरने वालों की संख्या बढ़कर 54 हो गई है। हालांकि अनौपचारिक सूत्रों ने इस आंकड़े को कई अंकों में रखा है। इंफाल घाटी में शनिवार को दुकानें और बाजार फिर से खुलने और सड़कों पर कारों के चलने से जनजीवन सामान्य हो गया है।

सेना की अधिक टुकड़ियों, रैपिड एक्शन फोर्स और केंद्रीय पुलिस बलों की उड़ान से मजबूत हुई सुरक्षा उपस्थिति सभी प्रमुख क्षेत्रों और सड़कों पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थी।