कोलियरी कर्मचारी संघ का दावा, बीएमएस के प्रयास से हुआ वेतन समझौता

झारखंड
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रांची। कोलकाता में जेबीसीसीआइ की दो दिवसीय बैठक में कोयला कामगारों का 11वां वेतन समझौता हो गया। सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ के महामंत्री राजीव रंजन सिंह ने दावा किया कि भारतीय मजदूर संघ के प्रयास से ही वेतन समझौते को अंतिम रूप दिया जा सकता है।

सिंह ने कहा कि बीएमएस के कोल प्रभारी के लक्ष्मा रेड्डी, उप महामंत्री सह जेबीसीसीआइ सदस्य सुरेन्द्र पांडेय, अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के महामंत्री सह जेबीसीसीआइ सदस्य सुधीर घुरडे के अथक प्रयास से यह सम्मानजनक और ऐतिहासिक समझौता हुआ है। कोल प्रभारी ने वेतन समझौता कराने के लिए कोल इंडिया प्रबंधन और केंद्रीय कोयला मंत्री तक कामगारों की बातों को प्रमुखता से रखा।

राजीव रंजन ने बताया कि भारतीय मजदूर संघ प्रारंभ से ही बोल रहा था कि DPE का मुद्दा किसी भी तरह कोयला कामगारों के वेतन समझौते में बाधा नहीं है। यह प्रबंधन की परेशानी है, पर कुछ ट्रेड यूनियन के लोग DPE का हवाला देकर कामगारों को गुमराह कर रहे थे।

सिंह ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ साफ-सुथरे तरीके से ट्रेड यूनियन चलाता है। आज 11वां वेतन समझौता का सम्पन्न होना इसका जीत जागता उदाहरण है। सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ के सदस्यों की ओर से उन्‍होंने कामगारों को बधाई और शुभकामनाएं दी।