सीसीएल मुख्‍यालय का न्‍यू बिल्डिंग ‘फोर स्‍टार रेटिंग’ से प्रमाणित

झारखंड
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रांची। सीसीएल मुख्‍यालय, रांची के नवनिर्मित भवन को मिनिस्‍ट्री ऑफ न्‍यू एंड रिनूएबल इनर्जी (भारत सरकार) और द इनर्जी एंड रिसोर्सेस इंस्‍टीच्‍यूट ने संयुक्‍त रूप से गृहा (GRIHA-Green Rating for Integrated Habitat Assessment) के तहत ‘फोर स्‍टार रेटिंग’ से प्रमाणित किया है। गृहा (GRIHA) हरित भवनों के निर्माण के लिए एकीकृत आवास मूल्यांकन के लिए ग्रीन रेटिंग है। यह नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) की पहल है।

दिल्‍ली में आयोजित एक कार्यक्रम में पर्यावरणविद् सोनम वानचुक ने सीसीएल के महाप्रबंधक (नगर प्रशासन) राजेश मोहन एवं प्रबंधक (सिविल) विवेक कुमार को यह प्रमाण-पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर श्रीमती लीना नंदन, सचिव (एमओईएफ एंड सीसी), श्रीमती विभा धवन, अध्‍यक्ष, गृहा काउंसिल एवं अन्‍य गणमान्‍य अतिथि उपस्थित थे।

सीसीएल का यह नवनिर्मित भवन का क्षेत्रफल 12090.00 वर्ग मीटर है। भवन में एक कन्‍वेंशन सेंटर है। इसमें 608 व्यक्तियों की बैठने की क्षमता का एक सभागार है। दूसरे में सीएमडी, निदेशक के कार्यालय के साथ-साथ अन्‍य विभाग हैं।

इतना ही नहीं, भवन में सस्‍टेनेबल एवं हरित सामग्री जैसे फ्लाई ऐश, एलईडी लाइटिंग, वेरिएबल रेफ्रिजरेंट फ्लो सिस्टम आदि का उपयोग किया गया है। साथ ही 50 किलोवाट की उत्पादन क्षमता वाली सौर प्रणाली स्थापित की गई है। भवन ऊर्जा एवं सुरक्षा सुविधाओं से सुसज्जित है।

यह भवन सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजीएस) के दायित्व को पूरा करने की दिशा में एक कदम है। यह जलवायु पर कम से कम प्रतिकूल प्रभाव बनाए रखने वाली विकास परियोजनाओं का एक उदाहरण है।

यह कार्बन उत्सर्जन को लगभग 92.49 टन/वर्ष कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर कम करने में मदद कर सकता है। निकट भविष्य में संगठन के लिए कार्बन क्रेडिट प्राप्त करने के लिए संपत्ति में से एक हो सकती है।