रांची। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ की प्रदेश कमेटी के आह्वान पर 19 नवंबर को मुख्यमंत्री आवास घेराव का कार्यक्रम तय है। इसके निमित संघ के प्रदेश महासचिव राममूर्ति ठाकुर की अध्यक्षता में कुटुम्ब एप पर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ऑनलाइन मीटिंग हुई। इसमें झारखंड के सभी जिलों से लगभग आठ हजार से ज्यादा शिक्षक जुड़े। विभेदीकरण नीति के लिए सरकार को जमकर कोसा।
प्रदेश मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने बताया कि संघ के सदस्यों ने कहा कि शिक्षकों के हित के बारे सरकार सोचना छोड़ दी है। इसके कारण संघ ने बाध्य होकर आंदोलन की राह को अपनाया है। इस क्रम में 19 नवंबर को 15 हजार से ज्यादा शिक्षक राजधानी रांची आएंगे। हक की मांग करेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष बिजेंद्र चौबे ने कहा कि शिक्षक सरकार के अजूबे और तानाशाही हुक्म से परेशान है। कई बार संघ की आवाज को सरकार तक पहुंचाया गया, लेकिन अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिला। इस बार आंदोलन आर-पार का है। इसके लिए संघ ने डोर टू डोर अभियान चलाया है। लगातार सोशल मीडिया में अलर्ट रहा।
सोशल मीडिया की जिम्मेदारी संघ के प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी अजय ज्ञानी को दी गई है। यही कारण रहा कि कुटुम्ब एप द्वारा इतनी बड़ी तादाद में शिक्षक जुड़े। सरकार को जमकर खोरी खोटी सुनाई।
संघ की प्रमुख मांगें
अन्य राज्य कर्मियों की तर्ज पर शिक्षकों को भी MACP दी जाए।
छठे वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करते हुए इन्ट्री पे स्केल मिले।
अंतरजिला स्थानांतरण नियमावली को सरल व सुगम बनाया जाए।
लिपिकीय और गैर शैक्षणिक कार्यों से पूर्णरूपेण मुक्ति मिले।