नई दिल्ली। चुप्पी को कमजोरी समझने वालों पर पीएम मोदी का करारा प्रहार। फिल्म काली के पोस्टर के बाद मां काली पर दिए गए बयानबाजी पर छिड़े विवाद के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को कहा कि मां देवी का देश पर आशीर्वाद है।
मां काली की चेतना पूरे भारत की आस्था में है। पीएम मोदी के इस बयान को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि उनकी पार्टी टीएमसी की एक सांसद महुआ मोइत्रा ने मां काली को लेकर विवादित बयानबाजी की थी।
मोइत्रा के खिलाफ केस भी दर्ज की गई है और बीजेपी ने टीएमसी से निलंबन की मांग की है। रविवार को स्वामी आत्मस्थानानंद जी के जन्म शताब्दी कार्यक्रम को रविवार को वीडियो कांफ्रेन्स के जरिये संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने रामकृष्ण परमहंस को याद किया और कहा, स्वामी रामकृष्ण परमहंस एक संत थे, जिन्होंने अपनी आंखों के सामने मां काली को अनुभव किया।
पीएम मोदी ने बंगाल की काली पूजा और स्वामी विवेकानंद का भी जिक्र किया। पीएम ने कहा, ‘स्वामी विवेकानंद का कद ऐसा था, लेकिन वह देवी काली की भक्ति में एक बच्चे की तरह बन जाते थे। स्वामी आत्मस्थानंद में भी ऐसी अटूट आस्था थी। मां काली का आशीर्वाद हमेशा भारत के साथ है।’
पीएम मोदी की ओर से दिए गए बयान के बाद बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने महुआ मोइत्रा पर निशाना साधा। मालवीय ने ट्वीट करते हुए कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न केवल बंगाल के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए मां काली को भक्ति का केंद्र होने के बारे में सम्मानपूर्वक बोलते हैं।
दूसरी ओर एक टीएमसी सांसद उनका अपमान करती हैं और ममता बनर्जी उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उनका बचाव करती हैं।
दरअसल, फिल्म काली के पोस्टर पर छिड़े विवाद के बीच तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा है ‘उनके लिए देवी काली एक मांस प्रेमी, शराब स्वीकार करने वाली देवी हैं।’ एक सांसद की ओर से इस तरह के बयान दिए जाने पर विवाद खड़ा हो गया।
ममला उलझते देख टीएमसी ने टिप्पणी से खुद को अलग कर दिया और कहा कि यह मोइत्रा की व्यक्तिगत राय थी न की पार्टी का। मोइत्रा अभी भी अपनी टिप्पणियों पर अड़ी हुई हैं।