- झारखंड प्रादेशिक गोशाला संघ की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा
रांची। झारखंड के चाकुलिया स्थित ध्यान फाउंडेशन गौशाला को 51 लाख और टाटानगर गौशाला को 13 लाख रुपये का चेक सौंपा गया। मेदिनीनगर के पारंपरिक गो विज्ञान अनुसंधान केंद्र गौशाला को 5 लाख का चेक दिया गया। झारखंड प्रादेशिक गोशाला संघ की बैठक में सभी को राशि दी गई। रांची स्थित बीएनआर होटल के सभागार में प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में 18 जुलाई को संघ की बैठक हुई। इसमें राज्य की 26 गौशालाओं के अध्यक्ष और सचिव एवं गौ सेवकों ने अपनी-अपनी गौशालाओं के विकास की जानकारी दी। गौ सेवा आयोग से खुराकी मद में नहीं मिल रही राशि पर भी चर्चा की।
इस अवसर पर अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल ने कृषि व पशुपालन मंत्री बादल पत्रलेख के समक्ष राज्य की गौशालाओं की समस्याओं के संबंध में मांगें रखी। उन्होंने कहा कि झारखंड में बिहार गौशाला एक्ट 1960 लागू है। इसे शिथिल कर झारखंड गौशाला एक्ट लागू किया जाना चाहिए। प्रदेश में 600 पशु चिकित्सक है, लेकिन गौशालाओं में इनकी सेवाओं का कोई लाभ नहीं मिल रहा। 500 से ज्यादा गोवंश वाली गौशाला में कम से कम एक पशु चिकित्सक की नियुक्ति अनिवार्य किए जाने की मांग की।
अध्यक्ष ने कहा कि सरकार द्वारा आधारभूत संरचना के लिए दी जा रही सालाना 50 लाख की राशि को बढ़ाकर 1 करोड़ किया जाए। जिन गौशालाओं में केंचुआ खाद का उत्पादन हो रहा है, सरकार 8 रुपये प्रति किलो की दर से उसे खरीदे। इससे गौशाला स्वाबलंबी बन सकेगी।
प्रदेश में अभी तक गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष का पद रिक्त है। अविलंब अध्यक्ष की घोषणा की जाए, ताकि गोशाला समग्र विकास की ओर बढ़ सके। गौशालाओं की भूमि का लगातार अतिक्रमण हो रहा है। इस पर सरकार सख्ती से रोक लगाए। गौशाला की जमीन को प्रतिबंधित भूमि कि श्रेणी में नामित करे। प्रदेश में 800 से ज्यादा गाय वाली गौशाला में सरकार की ओर से गोबर गैस प्लांट स्थापित की जाए। गौशाला डेयरी फॉर्म नहीं है। इसमें बूढ़ी और लाचार गायों की सेवा होती है।
मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा गो सेवा बड़ा कठिन और परिश्रम वाला कार्य है। इस कार्य को वही कर सकता है, जिसमें गौ माता के लिए भक्ति हो। लोग गाय का पालन करते हैं। दूध पीते हैं। गाय के बूढ़ी हो जाने और दूध नहीं देने पर उसे बेच देते हैं। यह गलत है। राज्य की सबसे बड़ी गौशाला ध्यान फाउंडेशन चाकुलिया में स्थित है। यहां बूढ़ी और लाचार दूध नहीं देने वाली 13,500 गोवंश है।
मंत्री ने कहा कि गौशाला को मिलने वाली अनुदान की राशि की कागजी कार्रवाई कम से कम की जाएगी, जिससे गोवंश को खुराकी की राशि जल्द से जल्द प्राप्त हो सके। उन्होंने मुक्तिधाम जल्द से जल्द बनाने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर पशुपालन निदेशक शशि प्रकाश झा ने राज्य की सभी गौशालाओं में पशु चिकित्सक नियुक्त किए जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि आयोग बकाया गो खुराकी की रकम जल्द से जल्द गोशाला को देगा। आयोग द्वारा 10 गौशालाओं को जल्द एंबुलेंस दिया जाएगा।
सभा में प्रदेश महामंत्री अनिल मोदी ने गौशालाओं की विस्तृत जानकारी दी। विभिन्न जिलों से आए हुए गौशाला के प्रतिनिधि ने अपनी समस्याओं से प्रदेश महामंत्री को अवगत कराया। कई सुझाव पटल पर रखे। महामंत्री ने अध्यक्ष की अनुमति से झारखंड प्रादेशिक गोशाला संघ के उपाध्यक्ष पद पर अशोक भालोतिया के नाम का प्रस्ताव रखा। इसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री अनिल मोदी और धन्यवाद प्रदेश के संयुक्त सचिव प्रमोद सारस्वत ने किया।
इस अवसर पर ताराचंद जैन, शत्रुघ्न लाल गुप्ता, पुनीत पोद्दार, ओमप्रकाश छाबड़िया, कन्हैयालाल कन्नू, प्रदीप राजगढ़िया, ध्रुव संथालिया, अशोक भालोटिया, किशन गोयल, बजरंग अग्रवाल, सुरेंद्र अग्रवाल, शशि प्रकाश झा, बसंत शर्मा, बसंत मित्तल, अपर्णा सेन सहित अन्य मौजूद थे।