उत्तर प्रदेश। बड़ी खबर उत्तर प्रदेश है, जहां सीएम योगी आदित्यनाथ ने 22 लाख कर्मचारियों, पेंशनर्स के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना का शुभारंभ गुरुवार को किया।
कुल 75 लाख से अधिक लोगों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। लोक भवन में योजना के लांचिंग के मौके पर कैशलेस चिकित्सा योजना पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गयी।
पं. दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना के शुभारंभ कार्यक्रम के मौके पर मुख्यमंत्री ने 10 लाभार्थियों चंद्रपाल सिंह, सुमन सिंह, अजीज अहमद, वंदना मिश्रा, रचना देवी, शिव गोपाल सिंह, राकेश चौबे, शैलेंद्र सिंह, बाल गोविंद सिंह, ऋतु सिंह को प्रतीकात्मक स्टेट हेल्थ कार्ड दिया।
सीएम योगी ने इस मौके पर कहा कि योजना को लागू करने के लिए ऐसा मैकेनिज्म बनाया जाए, जिससे राज्य कर्मचारी और पेंशनर्स अपना स्टेट हेल्थ कार्ड स्वयं डाउनलोड कर सकें। आवश्यकता पड़ने पर सरकारी अथवा इम्पैनल्ड अस्पतालों में कैशलेस चिकित्सा का लाभ प्राप्त कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले कार्यकाल में ही संबंधित विभाग को राज्य कर्मचारियों के कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये थे। इसके माध्यम से राज्य कर्मचारियों, पेंशनर्स और उनके आश्रितों को सरकारी चिकित्सा संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों व सरकारी चिकित्सालयों में बिना किसी वित्तीय सीमा के कैशलेस चिकित्सा सुविधा मिलेगी।
साथ ही आयुष्मान भारत योजना के तहत इम्पैनल्ड चिकित्सालयों में 05 लाख रुपये तक की कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। इन चिकित्सालयों में निर्धारित सीमा से अधिक का व्यय आने पर उसकी व्यवस्था की जाएगी।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए स्टेट हेल्थ कार्ड का होना अनिवार्य है। कार्ड बनाने की सुविधा गुरुवार से शुरू हो गयी है। सभी राज्य कर्मचारी और पेंशनर्स जल्द से जल्द अपना स्टेट हेल्थ कार्ड बनवा लें, जिससे आवश्यकता पड़ने पर कैशलेस चिकित्सा सुविधा का लाभ मिल सके। इसके लिए वेब पोर्टल https://sects.up.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध होगी।
लाभार्थी के ऑनलाइन आवेदन का सत्यापन आहरण-वितरण अधिकारी के किये जाने के बाद स्टेट हेल्थ कार्ड डाउनलोड अथवा प्रिंट किये जा सकेंगे।