केंद्रीय गृह मंत्री ने किया जनजातीय अनुसंधान संस्थान उद्घाटन

देश नई दिल्ली
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नई दिल्ली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 7 जून में नवनिर्मित राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन किया। राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान (एनटीआरआई) देश में कार्यरत 27 टीआरआई के लिए जनजातीय मामलों के मंत्रालय का प्रमुख अनुसंधान संस्थान होगा।

शाह ने कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी के विजन के अनुसार राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान आखिरकार अस्तित्व में आ गया है। यह सिर्फ एक संस्था ही नहीं है, लेकिन ऐसे संस्थानों की राष्ट्र निर्माण में भूमिका होती है। दो दर्जन से भी अधिक जनजातीय अनुसंधान संस्थान अलग-अलग नाम से काम कर रहे हैं, लेकिन उसको राष्ट्रीय रूप से जोड़ने वाली कड़ी नहीं है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारी जनजातीय समाज में बहुत सारी विविधता है। इन विविधताओं को अगर एक कड़ी नहीं जोड़ती है, तो समग्र देश के जनजातीय समाज के विकास का सपना अधूरा ही रहता है। आज राष्ट्रीय जनजातीय अनुसंधान संस्थान जो बन रहा है वो एक कड़ी बनने वाला है। हमारी कल्पना का जनजातीय विकास को साकार करने में बड़ी भूमिका निभाने वाला है।

जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि आदिवासी सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण, साक्ष्य आधारित योजना और उपयुक्त कानूनों, क्षमता निर्माण और सूचना के प्रसार के लिए राज्यों को इनपुट प्रदान करने में एनटीआरआई की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। इस अमूल्य अनुसंधान संस्थान के निर्माण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प और प्रेरणा था।

उद्घाटन समारोह में केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू, केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।