दो वर्षों के बाद ईद में ईदगाह में नमाज के लिए पहुंचे लोग

झारखंड धर्म/अध्यात्म
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  • सुरक्षा के थे पुख्ता इंतजाम, ड्रोन से होती रही निगरानी

आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। लोहरदगा में ईद-उल-फितर का त्योहार सौहार्द और उल्लास के साथ मनाया गया। दो वर्षों बाद तीन मई की सुबह शहर के निंग्नी रोड स्थित ईदगाह सहित तमाम ईदगाह और मस्जिदों में ईद-उल-फितर की नमाज अदा की गई। इस मौके पर पुलिस कप्तान आर रामकुमार के दिशा निर्देश पर जिले को पांच जोन में बांटकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। 

अमन और खुशहाली की मांगी दुआ

प्रत्येक जोन की कमान डीएसपी और इंस्पेक्टर स्तर के पुलिस पदाधिकारी संभाल रहे थे। लोहरदगा की कमान एसडीपीओ वशिष्ठ नारायण सिंह ने संभाल रखी थी। शहरी क्षेत्र के ईदगाह में सुबह 7.45 बजे बड़ी संख्या में लोगों ने हजरत मौलाना मो शमीम रिजवी की इमामत में ईद की नमाज अदा की। गले मिलकर एक दूसरे को मुबारकबाद दी। देश और समाज में अमन-चैन और खुशहाली की दुआ मांगी। लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर बधाई दी।

ईद मिलन समारोह का आयोजन 

इंडियन हेल्प सोसाइटी द्वारा ईद मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इसमें सर्वधर्म के लोग, महीनों से सुरक्षा में लगे सभी सुरक्षा बल एवं पुलिस प्रशासन और सामाजिक कार्यकर्ता ने भाग लिया। एक दूसरे के गले मिलकर लोगों को ईद की मुबारकबाद दी। सभी लोगों ने कहा छोटी-मोटी गलतियां को माफ करते हुए हम लोगों को दिल से दिल मिलाकर आपस में भाईचारगी की मिसाल कायम करनी है। 

हर साजिश नाकाम होगी

सोसाइटी के संस्थापक मो शाहनवाज ने कहा कि लोहरदगा गंगा जमुनी तहजीब का शहर रहा है। कुछ वर्षों से असामाजिक तत्व द्वारा यहां पर गंगा जमुनी तहजीब को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। इस नफरत को मोहब्बत में बदलने के लिए सर्वधर्म के लोगों ने ईद मिलन समारोह आयोजन किया। इससे नफरत फैलाने वाले असामाजिक तत्व की साजिश नाकाम होगी। हम सब भाईचारा का मिसाल कायम करेंगे। मिलजुलकर लोहरदगा और पूरे देश में शांति का माहौल पैदा करेंगे।

मोहब्बत से जिंदगी गुजारने का पैगाम

अध्यक्ष जीशान खान ने कहा कि ईद का त्योहार गिला शिकवा को माफ करते हुए एक दूसरे के गले मिलकर और मोहब्बत के साथ जिंदगी गुजारने का पैगाम देता है। ईद मिलन समारोह में वार्ड कमिश्नर दिनेश पंडित, राम साहु, श्याम, कार्तिक उरांव, रबिल खान, जुम्मन रजा, दानिश रजा, तौफीक अंसारी, आफताब हुसैन, नाहिद हसन, वैश अख्तर, हैदर अली, मोहम्मद सद्दाम, नफिस, जाहिद, सलीम, आसिफ उपस्थित थे।

प्रवेश द्वार पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा

ईदगाह को खूबसूरती से सजाया गया था। प्रवेश द्वार पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लहरा रहा था। अंजुमन इस्लामिया के सदर हाजी अफसर कुरैशी ने कहा कि ईद प्रेम और सौहार्द का त्योहार है। अंजुमन इस्लामिया जेनरल काउंसिल के नाजिम ए आला अब्दुल जब्बार ने कहा कि हम अमन चैन और भाईचारे का संदेश इस ईद के जरिए देना चाहते हैं। लोहरदगा में अभी भी गंगा-यमुनी तहजीब बाकी है। इंसा अल्लाह यहां फिर से सौहार्द की मिसाल कायम होगी।