देवघर। त्रिकूट पर्वत रोपवे हादसा के बाद उसमें फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए चल रहा ऑपरेशन रात होने के कारण बंद कर दिया गया। सुबह 7:30 बजे से वायु सेना के गरुड़ कमांडो की टीम ने MI-17 और MI-17 V5 चॉपर की सहायता से 32 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। लेकिन शाम ढलते ढलते एक दुखदाई घटना भी घट गई।
रेस्क्यू करते वक्त एक पर्यटक को जैसे ही चॉपर पर शिफ्ट करने की कोशिश की जा रही थी, तभी उनका सेफ्टी बेल्ट खुल गया और वह 2000 फीट नीचे खाई में जा गिरे। देवघर के जिलाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि दिनभर चले ऑपरेशन के दौरान 32 लोगों को अलग-अलग ट्रॉली से सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि अभी चार ट्रॉलियों में करीब 15 लोग फंसे हुए हैं। देवघर के जिलाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि प्रशासन की पहली कोशिश है कि जो पर्यटक अभी भी फंसे हुए हैं उनको सुरक्षित बाहर कैसे निकाला जाए। उन्होंने कहा कि 10 अप्रैल को जब हादसा हुआ, उस वक्त से ही पूरा प्रशासन रेस्क्यू में जुटा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना की जांच होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।