हजारीबाग। हजारीबाग की इंटरनेशनल रामनवमी के दशमी के जुलूस में रातभर रामभक्त ताशा की धुनों पर झूमते रहे। पारंपरिक हथियार लाठी, भाला, तलवार आदि से करतब दिखाते रहे। अखाड़ाधारी महावीरी ध्वज लहराते रहे। इस बीच चहुंओर दुनिया न चले श्रीराम के बिना, श्री राम न चलें हनुमान के बिना…आदि गानों पर भगवान श्रीराम, जय वीर हनुमान, हर हर महादेव के जयकारे लगाते रहे।
मंगलवार की मंगल बेला तक शहर जुलूस और सैकड़ों मनोहारी झांकियों के आगोश में था और सुभाष मार्ग (मस्जिद रोड) से होते हुए कारवां बढ़ रहा था। उल्लास और उमंग के इस परवान का मौका दो साल के बाद मिलने की वजह से सभी का उत्साह चरम पर था। जुलूस और झांकियों का कारवां आज शाम तक संपन्न होगा।
इस बीच हजारीबाग जिला व पुलिस प्रशासन की रात 10 बजे तक जुलूस और झांकियों के समापन की दलील धरी रह गई। हां, यह अवश्य हुआ कि महापर्व यहां शांति और सौहार्द से संपन्न हो गया।