आस्था या अंधविश्वास : सपने में मां गंगा ने कहा, तो जलसमाधि लेने चल पड़ी महिला

Uncategorized
Spread the love

यह आस्था है या अंधविश्वास कि साहिबगंज की एक महिला के सपने में मां गंगा आयी और अपनी गोद में बुलाई। बदले में शक्ति देने की बात कही, तो महिला ने सपने को सच मान लिया और चल पड़ी गंगा में जलसमाधि के लिए।

महिला को लगा कि जो सपने में हो रहा है वह बिल्कुल सच है। उसके बाद मंगलवार को महिला शहर से सटे चानन घाट पर गंगा में समाधि लेने पहुंच गई। आसपास के लोगों को जैसे ही पता चला कि एक महिला गंगा में समाधि लेने जा रही है, तो उसे देखने के लिए घाट पर भीड़ उमड़ पड़ी। कोई ढोल बजा रहा था, तो कोई हर हर गंगे का जयकारा लगा रहा था। इस बीच किसी ने पुलिस को इस बात की जानकारी दे दी। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और किसी प्रकार उसे समझा बुझाकर महिला को थाना लायी। महिला का पति सुदामा रविराज पुजारी है। जब महिला समाधि लेने गंगा में उतरी उस दौरान उसका पति भी वहां पूजा-अर्चना कर रहा था। पति ने बताया कि उसकी पत्नी रीता देवी मां गंगा की भक्त है। मां ने सपने में आकर विशेष शक्ति देने की बात कही। विशेष शक्ति प्राप्त करने के लिए उसे 24 घंटे गंगा में डूबे रहना था। स्थानीय लोगों ने बताया कि मां गंगा ने रीता से कहा था कि उसे 24 घंटे तक गोद में रहना होगा। जब 24 घंटे बाद वह बाहर निकलेगी, तो मां गंगा और भगवान शिव उसे शक्ति प्रदान करेंगे। महिला यह बता रही थी कि जब वह गंगा से बाहर निकलेगी, तो दो लोग उस पर तीर से वार करेंगे, वह परीक्षा देगी।

उसके बाद लोग उसे फूलों की माला और चुनरी पहनाएंगे। जिलाबाड़ी ओपी प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि जैसे ही इस बात की जानकारी मिली, पेट्रोलिंग पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला की जान बचाई। अगर पुलिस को समय पर जानकारी नहीं मिलती तो गंगा में डूबने से महिला की मौत हो जाती। ग्रामीण इसको लेकर विरोध कर रहे हैं, लेकिन यह आस्था के नाम पर अंधविश्वास है। फिलहाल लोगों को समझाया जा रहा है।