केवीके वैज्ञानिकों ने सीखी मौसम पूर्वानुमान की तकनीकी

झारखंड मौसम
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  • दो दिवसीय प्रशिक्षण का समापन

रांची। बीएयू के प्रसार शिक्षा निदेशालय एवं कृषि मौसम व पर्यावरण विभाग के सौजन्य से मौसम आधारित एग्रोमेट परामर्श सेवा विषयक दो दिवसीय प्रशिक्षण का समापन मंगलवार को हुआ। आईसीएआर, नई दिल्ली संपोषित ग्रामीण कृषि मौसम सेवा (दामू) परियोजना के सुचारू रूप से संचालन और कार्यान्वयन के लिए प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसमें दामू परियोजना से जुड़े बोकारो, चतरा, गढ़वा, गिरिडीह, लातेहार, लोहरदगा, सिमडेगा, पाकुड़, साहेबगंज, पलामू एवं पश्चिमी सिंहभूम जिले के कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) वैज्ञानिकों ने भाग लिया।

मौके पर अधीन कृषि मौसम व पर्यावरण विभाग के अध्यक्ष एवं डायरेक्टर ऑफ रिसर्च डॉ ए वदूद ने एग्रोमेट परामर्श सेवा की तैयारी एवं प्रखंड स्तर पर तकनीकी हस्तांतरण के बारीकियों की जानकारी दी। किसानों के लिए प्रखंड स्तर पर ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के मापदंड एवं दृष्टिकोण से अवगत कराया।

प्रशिक्षण के दौरान बीएयू ग्रामीण कृषि मौसम सेवा से जुड़े शोधार्थी संजीव कुमार, विनोद कुमार और दीपक तिर्की ने भारतीय मौसम विभाग को स्थानीय मौसम सबंधी डाटा का सम्प्रेषण और मौसम विभाग की वेबसाईट से एग्रोमेट सबंधी डाटा को डाउनलोड कर जिला एवं प्रखंड स्तरीय एग्रोमेट एडवाइजरी बुलेटिन के निर्माण के विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर प्रकाश डाला। प्रशिक्षण के संचालन में डॉ प्रज्ञा कुमारी, स्मिता श्वेता, डॉ पंकज सेठ, राजेश कुमार एवं निर्मल कुमार ने योगदान दिया।

डायरेक्टर एक्सटेंशन एजुकेशन डॉ जगरनाथ उरांव ने वैज्ञानिकों को एग्रोमेट परामर्श सेवा अधीन नियमित बुलेटिन को तैयार कर जिला एवं प्रखंड स्तर पर नियमित तरीके से प्रसारित करने का निर्देश दिया। एडिशनल डायरेक्टर एक्सटेंशन एजुकेशन डॉ एस कर्मकार ने स्थानीय किसानों के हित में इस सेवा को प्राथमिकता देने की बात कही, ताकि इस सेवा का फायदा किसानों को मिले और फसल उत्पादन में बढ़ोतरी को बढ़ावा दिया जा सके।