बिहार के मुजफ्फरपुर में पुलिस के सीनियर अफसर अपराध नियंत्रण को लेकर हर दिन नई-नई रणनीति तैयार करते हैं, तो दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी पदाधिकारी भी हैं, जिन्हें इन सब बातों से कोई मतलब नहीं है। जिले का अहियापुर थाना हमेशा सुर्खियों में रहा है, जिसमें अहियापुर थाने के एक पदाधिकारी गश्ती के दौरान वाहन में खर्राटे ले रहे हैं।
हाइवे पर किनारे सरकारी वाहन खड़ी कर वे सो रहे हैं। साथ में चालक भी चैन की नींद ले रहा है। किसी राहगीर ने उनकी तीन-चार तस्वीर खींच ली और इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। अब सबसे बड़ा सवाल उठता है कि ऐसे में कैसे अपराध नियंत्रण करेंगे। पुलिस के सभी सरकारी वाहनों में जीपीएस लगा दिया गया है, ताकि इनका लोकेशन पता लग सके, लेकिन इन्हें देखने की व्यवस्था नहीं है कि ये क्षेत्र में क्या करते हैं। अब इसके लिए वाहनों में सीसीटीवी भी लगाने की आवश्यकता है, तभी इनकी सच्चाई सामने आएगी। ये गश्ती के लिए निकलते तो हैं, लेकिन कहीं हाइवे किनारे वाहन खड़ी कर आराम से नींद लेते हैं।
नाइट गश्ती में तैनात पदाधिकारी सोते हुए ही अक्सर नज़र आते हैं, इसलिए हाल के दिनों में चोरी की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। अब देखने वाली बात होगी कि वायरल तस्वीर पर वरीय पुलिस पदाधिकारी की नज़र कब पड़ती है और कब ऐसे लापरवाह पदाधिकारी पर कार्रवाई होती है।