मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
रेप पीड़िता और उसके सहयोगी के आत्मदाह के गंभीर मामले में सहयोगी की मौत के बाद पुलिस ने अमिताभ ठाकुर से पूछताछ की शुरू की है। आत्मदाह से पूर्व पीड़ितों ने अमिताभ ठाकुर को जिम्मेदार बताया था। पीड़िता ने अमिताभ ठाकुर पर विधायक मुख्तार अंसारी और दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद बसपा सांसद अतुल राय के साथ मिलकर साजिश रचने का आरोप लगाया था। दरअसल पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने कुछ दिनों पहले एलान किया था कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मैदान में उतरेंगे। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए शनिवार को चुनावी जनसंपर्क के लिए गोरखपुर जाने की जानकारी दी थी। शनिवार सुबह अमिताभ ठाकुर अपने घर से निकलकर पास की रेल विहार कॉलोनी में अपने एक मित्र के घर गए थे।
तभी वहां पुलिस टीम लेकर पहुंचीं एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव ने अमिताभ ठाकुर को वहीं रोक लिया। उनसे कहा कि आप गोरखपुर न जाएं। रेल विहार कॉलोनी के उक्त मकान के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई। जहां से कुछ देर बाद अमिताभ ठाकुर को उनके घर भेज दिया गया।