पंजाब : मुख्यमंत्री कैप्टन ने नहीं खोले पत्ते, पार्टी कलह को बताया अंदरूनी मामला

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नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को तीन सदस्यीय विशेष समिति के साथ करीब 3 घंटे की मुलाकात में पंजाब में उपजे राजनीतिक घटनाक्रम पर विचार-विमर्श किया। हालांकि बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब हुए कैप्टन ने पार्टी में मौजूदा माहौल को अंदरूनी मामला बताते हुए इसे जल्द सुलझा लेने का दावा किया।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब में अगले छह माह में चुनाव होने हैं, ऐसे में चुनाव और प्रदेश के विकास को लेकर उनकी समिति के सदस्यों के साथ गहन चर्चा हुई है। उन्होंने बताया कि इस बैठक के बाद अब वह पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर उन्हें भी पंजाब कांग्रेस की मौजूदा स्थिति और आगामी चुनाव को लेकर तैयारियों की रूपरेखा सौंपेंगे।

क्या है पार्टी में विवाद की वजह ?
बेअदबी और कोटकपूरा फायरिंग मामले में बादल परिवार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किया जाना पंजाब कांग्रेस में विवाद की मुख्य वजह माना जा रहा है। पंजाब के विधायकों ने हाईकमान से साफ कह दिया है कि अगर बेअदबी मामले के दोषियों को सजा नहीं मिलती तो आने वाले चुनाव में कांग्रेस के लिए मुश्किलें पैदा हो सकती हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान कुछ कड़े फैसले ले सकती है।

मामले के हल के लिए बनाई गई है कमेटी –
पार्टी विवाद को सुलझाने के लिए हाईकमान की तरफ से तीन सदस्यीय विशेष कमेटी बनाई गई है। इस कमेटी ने चार दिनों में  प्रदेश के लगभग 100 से ज्यादा नेताओं से बातचीत की है। कमेटी ने प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ और मुख्यमंत्री के सलाहकार कैप्टन संदीप संधू के साथ भी बात की है। उधर, सभी कैबिनेट मंत्रियों के अलावा नाराज नेताओं में सबसे आगे विधायक नवजोत सिंह सिद्धू भी कमेटी के सामने अपना पक्ष रख चुके हैं।अब कैप्टन की बात सुनने के बाद कमेटी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

पार्टी नेताओं की तरफ से बहुत जल्द पार्टी के इस अंदरूनी विवाद के शांत होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके बावजूद नवजोत सिंह सिद्धू के साथ-साथ अन्य कुछ विधायकों के तेवर देखकर तो नहीं लग रहा है कि जल्द ही इस समस्या का हल निकलने वाला है।