काठमांडू। नेपाल के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के कारण कोरोना के मरीजों को वापस भेजा जा रहा है। नेपाल मेडिकल कॉलेज की ओर से नोटिस जारी कर कहा गया है कि कोरोना के मरीजों के परिवार के सदस्य और उनके लिए ऑक्सीजन का प्रबंध स्वयं करें। अस्पताल की ओर से यह केवल चार बजे तक उपलब्ध कराए जा सकेंगे।
इस नोटिस में नगरपालिका, स्वास्थ्य मंत्रालय और पुलिस को भी इस संबंध में सूचित किया गया है। जिस समय यह नोटिस जारी किया गया था, उस समय कोरोना के 99 मरीज निगरानी में थे।
अस्पताल के निदेशक डॉक्टर राज किशोर श्रेष्ठा ने बताया कि इस नोटिस के जारी होते ही 22 मरीजों को अन्य अस्पतालों में ले जाने का प्रबंध कर लिया गया। इन मरीजों में एक आईसीयू में भर्ती मरीज भी है। उन्होंने बताया कि संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है और इसी बीच ऑक्सीजन की सप्लाई सीमित है। हमने अपने अस्पताल से मरीजों को लौटाया भी है।
काठमांडू घाटी के बड़े अस्पतालो में से एक नेपाल मेडिसिटी से भी मरीजों को लौटाया जा रहा है। यहां पर भी ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों को लौटाया जा रहा है। अस्पताल के मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ राज राणा का कहना है कि हमें 450-500 गैस सिलेंडर की जरूरत है और सरकार ने हमारी सप्लाई को 100 तक सीमित कर दिया है। मेडिकेर अस्पताल के प्रशासनिक प्रबंधक बख्ता सिगडेल ने बताया कि जिन मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत है, हम उन्हें वापस भेज रहे हैं। स्थिति सामान्य होने तक हम मरीजों को भर्ती नहीं कर सकते, अगर करते हैं तो इसके परिणाम बुरे हो सकते हैं।
आपदा प्रबंधन केन्द्र के सचिव खगराज बराल की ओर से कहा गया है कि उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई को बंद कर दिया है। वर्तमान में एक घंटे में 15000 सिलेंडर की जरूरत पड़ रही है और सप्लाई 10000 की हो रही है। उप प्रधानमंत्री इश्वर पोखरेल के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन केन्द्र अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई की देखरेख कर रहा है।