गुमला सामूहिक हत्याकांड: जादू-टोना के शक में की गई थी हत्या, आठ आरोपित गिरफ्तार

अपराध झारखंड
Spread the love

गुमला। कामडारा के चर्चित सामूहिक हत्याकांड की गुत्थियों को आखिरकार एसपी हरदीप पी जनार्दनन के निर्देश पर गठित विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) ने सुलझा लिया है। डायन बिसाही जैसे अंधविश्वास के कारण स्थानीय ग्रामीणों ने इस नृशंस हत्याकांड को अंजाम दिया था। पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने वाले आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर हत्याकांड में प्रयुक्त खून लगी कई टांगियां, बसुली और अन्य साक्ष्य बरामद की है।पुलिस अधीक्षक ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि गांव में पिछले दिनों कुछ लोगों के मरने और बीमार होने से ग्रामीणों को लग रहा था कि निकोदिन तोपनो (60) और उसकी पत्नी जोसफिना तोपनो जादू टोना कर सभी को मार रहे हैं।

उन्होंने बताया कि पिछले मंगलवार को इस संबंध में ग्रामीणों की बैठक भी हुई। बैठक में दोनों पति-पत्नी निकोदिन एवं जोसफिना को मारने का निर्णय किया गया।इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से मंगलवार की आधी रात में टांगी-बसुला आदि हथियारों से लैश होकर सभी आरोपित निकोदिन तोपनो के घर गये और दोनों पति-पत्नी को मार डाला। इस दौरान आरोपितों को लगा कि यदि घर के अन्य सदस्यों को छोड़ दिया गया तो ये लोग सच्चाई दूसरों को बता देंगे। इसके बाद आरोपितों ने निकोदिन तोपनो के पुत्र भिन्सेंट तोपनो और पुत्रवधू सिलवंती तोपनो के साथ पांच साल के मासूम पौत्र अलबीन तोपनो को भी मौत के घाट उतार दिया।

इनकी हुई है गिरफ्तारी

गिरफ्तार आरोपितों में सुनील तोपनो उर्फ कोने तोपनो (30), सोमा तोपनो (25), सलीम तोपनो उर्फ बारो तोपनो (25), फिरंगी तोपनो उर्फ पुजार (45), फिलिप तोपनो (55), अमृत तोपनो (30), सावन तोपनो (34) और दानियल तोपनो (40) शामिल हैं। सभी ग्राम बुरुहातु बड़काटोली थाना कामडारा जिला गुमला के रहने वाले हैं।

बरामद हथियार और अन्य साक्ष्य

आरोपित सोमा तोपना के घर से हत्या में प्रयुक्त खून लगा बसुला, टांगी और चप्पल बरामद हुआ। आरोपित फिलिप तोपनो के घर से हत्या में प्रयुक्त खून लगा टांगी मिला। आरोपित सुनील तोपनो उर्फ कोने का ट्राउजर मिला, जिसमें मृतकों का खून लगा हुआ था। इसके अलावा आरोपित सुशील तोपनो, सोमा तोपनो और सलीम तोपनो की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त दो खून लगा टांगी बरामद किया गया।इस सामूहिक हत्याकांड की गुत्थियों को सुलझाने में एसआईटी में शामिल बसिया के एसडीपीओ दीपक कुमार, इंस्पेक्टर बैजू उरांव, पुअनि बालमुकुंद सिंह, पुअनि विवेकानंद श्रीवास्तव, पुअनि भवेश कुमार, पुअनि संतोष कुमार महतो सभी कामडारा थाना, बसिया के थाना प्रभारी अनिल लिंडा, पुअनि आकाश कुमार पांडेय (बसिया थाना), कुरकुरा थाना प्रभारी छोटू उरांव और तीनों थाना के सशस्त्र बल की अहम भूमिका रही।