ई वे बिल की समय सीमा की वैद्यता घटाने से मुश्किल में परिवहन व्यवसायी

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कहा, व्यवहारिक नहीं, व्यापार करना हो जाएगा मुश्किल

रांची। ई वे बिल की समय सीमा की वैद्यता घटाने पर झारखंड के परिवहन व्यवसायी मुश्किल में हैं। इसपर चिंता जताई है। उन्हों ने कहा कि नया नियम व्यवहारिक नहीं है। इससे व्यापार करना मुश्किल हो जाएगा। राज्य की भौगोलिक और कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार से इस नियम को वापस लेने के लिये आग्रह करने की मांग राज्य सरकार से की।

व्यापारियों ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 22 दिसंबर, 2020 को अधिसूचना जारी कर ई वे बिल की समय सीमा की वैद्यता घटा दी गई है। इससे परिवहन व्यवसाय के साथ सभी व्यवसायी वर्ग के लिये बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो जायेगी।

वर्तमान में प्रति 100 किलोमीटर तक के लिये वाहन पर लादे गए सामान को 2 दिन के लिये ई वे बिल के समय सीमा की वैद्यता है। 1 जनवरी, 2021 से मात्र 1 दिन की समय सीमा रहेगी। इसे लेकर परिवहन व्यवसायी बहुत अधिक चिंतित हैं।

इस मामले में रांची गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आरजीटीए) कार्यालय में कार्यकारिणी की बैठक हुई। सदस्यों ने इस पर चिंता व्यक्त हुए कहा कि झारखंड नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। यहां रात में वाहनों का आवागमन संभव नहीं है। अवकाश के दिनों में माल पाने वाली पार्टी माल की डिलीवरी नही लेती है। इस स्थिति में परिवहन व्यवसायी पर जुर्माना लगने की आशंका होगी।

व्यापारियों ने कहा कि राज्य के अंदर ही नहीं, बल्कि लंबी दूरी के लिये माल के परिवहन में यही समस्या आएगी। खुदरा माल का परिवहन करना इस नियम के अनुसार संभव ही नहीं होगा। एक निश्चित समय सीमा (कम अवधि) के अंदर सामान को consignee party के गोदाम तक पहुंचाना संभव नहीं है। भारत सरकार इसकी व्यवहारिकता को ध्यान में रखते हुए इसे वापस ले।

रांची गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के सदस्योंम ने कहा कि नया नियम बिल्कुल व्यवहारिक नहीं है। उन्होंने इसका विरोध कि‍या। केंद्र सरकार से मांग किया कि नये नियम को वापस लिया जाये। साथ ही, राज्य सरकार से मांग किया है कि राज्य की भौगोलिक एवं कानून व्यवस्था की स्थिति को ध्यान रखते हुए केंद्र सरकार से इस नियम को वापस लेने का आग्रह करें।

व्यापारियों ने कहा कि 1 जनवरी, 2021 से नये नियम के तहत परिवहन व्यवसाय करना मुश्किल हो जायेगा। आरजीटीए के सदस्यों की अगले तीन चार दिनों में बैठक आयोजित कर विरोध की रणनीति तय की जायगी।

आज की बैठक में एसबी सिंह (अध्य्क्ष), नीरज ग्रोवर (सचिव), रवींद्र दुबे, प्रभाकर सिंह, अजीत कुमार प्रसाद, ऋषिदेव यादव, दिलबाग शर्मा, राजेश कर्ण, विजय कुमार, राजकिशोर सिंह, अभिषेक जैन, उदित नारायण सिंह, पूर्व अध्यसक्ष महेंद्र प्रसाद सिंह, सजंय जैन, पवन शर्मा, सुनील सिंह चौहान, मदनलाल पारीक उपस्थित थे।