रांची। राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि बैंक में आए व्यक्ति से अच्छा व्यवहार करें। हमारे देश में ग्राहक को भगवान समझा जाता है Ι बैंक मे आये व्यक्ति भी आपके ग्राहक हैं। उन्होंने कहा कि आज बैंकिंग सेवा में बदलाव आ गया है। पहले ऋण लेने के लिए लोगों को बैंक जाकर आग्रह करना पड़ता था, लेकिन अब बैंक के प्रतिनिधि ग्राहक के द्वार पहुंचने लगे हैं। राज्यपाल 2 दिसंबर को राजभवन में भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यक्रम में वहां के अधिकारी एवं बैंक प्रतिनिधियों के साथ संवाद कर रहे थे।
राज्यपाल ने कहा कि लोगों की जब जीवन भर की जमा पूंजी साइबर ठगी का शिकार हो जाती है, तब उनके दुखों की कल्पना नहीं की जा सकती है। सुनने में आता है कि जामताड़ा साइबर क्राइम की जननी है। विदेशों से भी लोग यहां प्रशिक्षण लेने आते है। साइबर अपराध पर नियंत्रण की दिशा में बैंक एवं पुलिस प्रशासन का महत्वपूर्ण दायित्व है।
बैस ने कहा कि बैंक पीड़ित व्यक्ति की सहायता करने के लिए तत्पर रहें। उनके साथ टाल-मटोल का रवैया नहीं अपनाएं। आज अधिक-से-अधिक ग्राहक डिजिटल लेनदेन भी कर रहे हैं। अधिकांश वित्तीय सेवांए ऑनलाइन उपलब्ध हैंΙ इसलिए इस स्वयं-सेवा मॉडल के युग में ग्राहक को सुरक्षित वित्तीय लेनदेन करने के लिए भी आरबीआई को पूरी तरह से सक्षम और तैयार होने की आवश्यकता है।
राज्यपाल ने कहा कि उपभोक्ताओं को यह भी समझाने की आवश्यकता है कि इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग सही और सुरक्षित तरीके से कैसे करना है। लोगों को जागरूक करने की जरूरत है कि वे अपने व्यक्तिगत पहचान पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड अनावश्यक किसी से साझा नहीं करें।
ग्राहक अधिक-से-अधिक अपने उपभोक्ता अधिकारों के बारे में कैसे जागरूक हों, आरबीआई को इस दिशा में भी ध्यान देने की जरूरत है। खाता खुलवाने के समय ही ग्राहकों को रिजर्व बैंक द्वारा जागरुकता संबंधी पत्रक दिये जाएं। हर बैंक में प्रवेश करते ये पत्रक उपलब्ध हों।
ग्रामीण क्षेत्रों एवं इन्टरनेट पर भी ग्राहकों को उनके उपभोक्ता संबंधी अधिकार की जानकारी मौजूद हों। लोगों को समझाया जाना चाहिए कि रिजर्व बैंक लोकपाल का कार्यालय वित्तीय सेवाओं के उपयोगकर्ताओं की शिकायतों का निवारण एक सस्ती, शीघ्र, निष्पक्ष और उचित प्रक्रिया से सुनिश्चित करते हैं।
राज्यपाल ने रिजर्व बैंक को विगत माह व्यापक उद्देश्य से राष्ट्रव्यापी उपभोक्ता वित्तीय जागरुकता कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई दी। उक्त अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी, आरबीआई के महाप्रबंधक संजीव सिन्हा, लोकपाल (आरबीआई, रांची) श्रीमती चंदना दासगुप्ता समेत आरबीआई के विभिन्न अधिकारी, विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।