14 वर्ष के राजनीतिक वनवास के बाद पुन: भाजपा में लौटेंगे प्रवीण सिंह

झारखंड
Spread the love

आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव सह झारखंड प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह 17 मई को पुन: भाजपा में वापसी कर रहे हैं। कभी भाजपा के कद्दावर नेता रहे प्रवीण सिंह कुछ कारणों से भाजपा छोड़कर दूसरे दलों में चले गए थे। 14 वर्षों के राजनीतिक वनवास के बाद पुनः 17 मई को रांची के भाजपा प्रधान कार्यालय में वे भाजपा में वापसी करेंगे। उनकी वापसी में प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेता, पूर्व एवं वर्तमान सांसद एवं विधायक उपस्थित रहेंगे।

प्रवीण सिंह ने कहा कि मैंने अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेसी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई से की थी, जो बाद में चलकर वनांचल आंदोलन में परिणत हो गया। इसका सुखद परिणाम झारखंड अलग राज्य के रूप में सामने आया।

पूजा सिंघल जैसे भ्रष्ट आईएएस अफसर के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि झारखंड में केवल एक भ्रष्ट आईएएस अफसर पूजा सिंघल नहीं है, बल्कि यहां सैकड़ों की संख्या में आईएएस-आईपीएस हैं, जिनकी संपत्ति 100 करोड़ से ऊपर की है। सही रूप से जांच हो तो यह सभी अधिकारी जेल जाएंगे। झारखंड के प्रति सही न्याय हो सकेगा, किंतु इसके लिए आवश्यक है कि झारखंड की राजनीति से राजनीतिक शून्यता को हटाकर राजनीतिक शुचिता लाया जाए। इसके लिए चाहे पक्ष हो या विपक्ष हो सभी को ईमानदारी से काम करना पड़ेगा।

पुन: भाजपा में वापसी करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं भले ही भाजपा छोड़कर अन्य दलों में चला गया था, किंतु क्षेत्र की जनता आज तक मुझे भाजपा से अलग नहीं समझी। मैं जब भी क्षेत्र भ्रमण में जाता था, तब जनता मुझे भाजपाई नेता के रूप में ही देखना पसंद करती थी। एक राजनेता होने के नाते जनता की भावनाओं का ख्याल रखना मेरी जिम्मेवारी बनती थी। इसलिए मैं पुनः भाजपा में आना उचित समझा।