- प्रस्तावित जीएसटी दर के विरोध में व्यापारियों की सांकेतिक बंदी
रांची। केंद्र सरकार द्वारा कपड़े पर 1 जनवरी, 22 से जीएसटी की दर 5% से बढ़ाकर 12% किए जाने के निर्णय लिया गया है। इसका विरोध पूरे भारत के वस्त्र, रेडीमेड, व्यापारी और संगठनें कर रहे हैं। इस क्रम में गत दिनों झारखंड सहित राज्य के सभी वस्त्र व्यवसायी, प्रतिष्ठानों में कार्यरत सहयोगी, कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री को हजारों पोस्टकार्ड भेजकर कपडे़ पर जीएसटी की प्रस्तावित बढ़ोतरी पर पुर्नविचार का आग्रह किया था।
झारखंड थोक वस्त्र विक्रेता संघ ने कपड़े पर वैट बढ़ाने का विरोध किया। संघ के अध्यक्ष प्रकाश अरोड़ा ने कहा कि पहले कपडे़ पर जीएसटी नहीं था। व्यापारियों के विरोध के बाद भी केंद्र ने इसे 5% जीएसटी के दायरे में ला दिया। इसकी दर में 7% की अतिरिक्त बढ़ोतरी एक जनवरी से की गई है। इसका सीधा असर गरीबों पर पड़ेगा।
संघ के सचिव कमल जैन ने कहा कि संघ वित्त मंत्रालय के इस निर्णय का विरोध करता है। मांग करता है कि प्रस्तावित बढ़ोतरी के निर्णय को वापस लिया जाए। संघ का मानना है कि रोटी, कपड़ा और मकान आज भी जनमानस के लिए आवश्यक वस्तु है। इसकी दरों में बढ़ोतरी होने से कपड़ा 7 से 10% महंगा होगा। इसका नुकसान जनता को होगा। कोविड महामारी के कारण ऐसे ही गरीबी बढ़ी है। लोगों के पास रोजगार के साधन नहीं है। वर्तमान परिपेक्ष में जीएसटी की दरों में बढ़ोतरी कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है।
खुदरा वस्त्र विक्रेता संघ के अध्यक्ष रतन कुमार मोदी ने कहा कि कपडे़ पर जीएसटी को 5% से बढ़ाकर 12% किये जाने का वस्त्र व्यवसायी, रेडीमेड, होजियरी दुकानदार पूर्ण रूप से विरोध करते हैं। कोविड के बढ़ते मामलों के अनुरूप राज्य सरकार की गाइडलाइन का सम्मान करते हुए हम धरना, प्रदर्शन, जुलूस, पूर्ण हड़ताल नहीं कर रहे हैं। शांतिपूर्ण ढंग से केंद्र सरकार के समक्ष रखना चाहते हैं। प्रधानमंत्री, केंद्रीय वित्त मंत्री को भी पत्र द्वारा आग्रह किया है कि कपड़े पर 5% जीएसटी को ही स्थाई रखा जाए।
संघ ने निर्णय लिया कि केंद्र के निर्णय के विरोध में राज्य के कपड़ा व्यापारी 31 दिसंबर को सांकेतिक हड़ताल करेंगे। इसमें होजरी, रेडीमेड, वस्त्र व्यवसाय से जुड़े सभी रिटेलर, होलसेलर दिन के 12 बजे तक अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे। इसमें राज्य सरकार के 20 हजार दुकानदार और इसमें काम करने वाले 2 लाख कर्मचारी शामिल होंगे।
पूरे दिन वस्त्र व्यवसायी, प्रतिष्ठान के सहयोगी और कर्मचारी सभी विरोध में काला बिल्ला लगाकर रखेंगे। शुक्रवार को रांची के अपर बाजार के गांधी चौक में संघ के सदस्य उपस्थित होंगे। कोरोना गाइडलाइन का पालन करने हुए विरोध जताएंगे।
मौके पर उपाध्यक्ष उमाशंकर कनोडिया, कोषाध्यक्ष महेश बजाज, मीडिया प्रभारी प्रमोद सारस्वत, पूर्व अध्यक्ष प्रवीण लोहिया, अजय बथवाल, अनिल जालान, रेडीमेड होजरी संघ के अध्यक्ष महावीर प्रसाद सोमानी सहित पूर्व सचिव विक्रम खेतावत, ओमप्रकाश खेतावत, मनमोहन मोहता, विक्रम जैन, राजेश कनोई उपस्थित थे।