जीते जी किया खुद का पिंडदान, मौत के बाद नेत्रदान और देहदान

अन्य राज्य देश
Spread the love

इंदौर। इंदौर की रहने वाली महिला मनोरमा देवी घोलप की आखिरी इच्छा थी कि मौत के बाद उनकी देह और नेत्र दान किए जाएं। मंगलवार को उनके निधन के बाद अंतिम इच्छा अनुसार परिजनों ने नेत्रदान और देहदान किया।

असल में, सुदामा नगर की रहने वाली मनोरमा देवी घोलप ऐसी शख्सियत थीं जिन्होंने अपने निधन से पहले ही वे सारी प्रक्रियाएं पूरी कर दी थीं जो मृत्यु के बाद की जाती है। उन्होंने देहदान का संकल्प कर फॉर्म भरकर मुस्कान ग्रुप को जमा किया था। इसके बाद उन्होंने अपना पिंडदान करवाया था और दसवां और तेरहवां भी करवाया। मृत्युभोज के तहत अपने हाथों से सभी को भोजन करवाया।

बता दें कि मनोरमा देवी पेशे से नर्स रहीं हैं। मनोरमा देवी ने नौकरी के दौरान ही सोच लिया था कि मृत्योपरांत देहदान करेगी।