झारखंड, बिहार, यूपी सहित सहित 15 राज्यों के किसानों को मिलेगा मुफ्त हाईब्रिड बीज

कृषि देश नई दिल्ली
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  • उत्पादन और उत्पादकता वृद्धि के साथ किसानों की आय बढ़ा रही है सरकार : तोमर

नई दिल्‍ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय देश के 15 प्रमुख उत्पादक राज्यों के343 चिन्हित जिलों में निःशुल्क 8,20,600 बीज मिनीकिट बांटेगा। इस कार्यक्रम से बीज प्रतिस्थापन दर में वृद्धि होकर उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ सकेगी। इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी। इसकी शुरुआत 11 अक्‍टूबर से मध्य प्रदेश के मुरैना और श्योपुर जिले से हुई। यहां लगभग दो करोड़ रुपये मूल्य के सरसों बीज मिनी किट वितरण का शुभारंभ केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किया।

यह कार्यक्रम राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम)-ऑयलसीड व ऑयलपाम योजना के अंतर्गत शुरू किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देश के प्रमुख सरसों उत्पादक राज्यों के लिए सूक्ष्मस्तरीय योजना के बाद इस वर्ष रेपसीड और सरसों कार्यक्रम के बीज मिनीकिट वितरण कार्यान्वित करने की मंजूरी दी गई है। देश के 15 राज्यों के 343 चिन्हित जिलों में वितरण के लिए 8,20,600 बीज मिनीकिट वितरण के लिए मंत्रालय ने अनुमोदित किया है। इसमें 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर से अधिक उत्पादकता की उच्च उपज देने वाली किस्मों के बीज हैं।

इस कार्यक्रम में सभी प्रमुख उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश,बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, जम्मू एवं कश्मीर, झारखंड, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, असम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा के विभिन्न जिलों को शामिल किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए 1066.78 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं। मध्‍य प्रदेश के मुरैना व श्योपुर, गुजरात के बनासकांठा, हरियाणा के हिसार, राजस्थान के भरतपुर और उत्तर प्रदेश के एटातथा वाराणसी जिलोंको इस वर्ष के दौरान पायलट प्रोजेक्ट के तहत हाइब्रिड बीज मिनीकिट के वितरण के लिए चुना गया है। 5 राज्यों के इन 7 जिलों में 1615 क्विंटल बीज से 1,20,000 बीज मिनीकिट तैयार कर वितरण किये जाएंगे। हरे जिले को 15 हजार से 20 हजार बीज मिनीकिट दिए जाएंगे। नियमित कार्यक्रम के अलावा, सरसों की तीन टीएल हाइब्रिड उच्च उपज देने वाली किस्मों को बीज मिनीकिट वितरण के लिए चुना गया है।

चयनित किस्में जेके-6502, चैंपियन व डॉन हैं। एचवाईवी की तुलना में अधिक उपज देने के कारण हाइब्रिड का चयन किया जाता है। बीज मिनीकिट कार्यक्रम का उद्देश्य उच्च उपज क्षमता व अन्य उपयोगी विशेषताओं वाली नई किस्मों का ध्रुवीकरण करना है। आसपास के जिलों के किसानों को इन किस्मों पर भरोसा होगा, जिसके परिणामस्वरूप किसान इसे बड़े पैमाने पर अपनाएंगे।

समारोह में मध्‍य प्रदेश के मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि इस क्षेत्र में सरसों का काफी उत्पादन होता है। अब केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा ये हाईब्रिड बीज मिलने से इसमें और इजाफा होगा। कुशवाह ने किसानों से सरसों की ज्यादा से ज्यादा बुआई करने का आग्रह किया, जिससे उनकी आय बढ़ेगी।

कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने कहा कि आत्मनिर्भर कृषि के जरिये आत्मनिर्भर भारत का निर्माण होगा। इसी दिशा में काम करते हुए मंत्रालय द्वारा कार्यक्रम हाथ में लिए गए हैं। हाईब्रिड बीज का पहली बार निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का समन्वय संयुक्त सचिव श्रीमती शुभा ठाकुर ने किया। प्रारंभ में मुरैना के कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने स्वागत किया। श्योपुर के कलेक्टर शिवम वर्मा ने आभार जताया।