मुख्यमंत्री के दबाव को भी किसानों ने नकारा, बंदी पूरी तरह विफल : दीपक प्रकाश

झारखंड
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  • झामुमो, कांग्रेस, राजद का किसान विरोधी चेहरा उजागर

रांची । भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने हेमंत सरकार पर तीखा हमला बोला। श्री प्रकाश ने कहा कि किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाये गए नए कृषि कानून का समर्थन करते हुए बंद को पूरी तरह नकार दिया है। राज्य के शासक और सत्ताधारी दलों को जनता ने ठुकरा दिया है। वामपंथी पार्टियां तो बिन पेंदी का लोटा हो गई है, जो पूरी दुनिया से समाप्त हो रही है। वे 8 द‍िसंबर को प्रदेश कार्यालय में प्रेस से बात कर रहे थे।

श्री प्रकाश ने कहा कि आंदोलन में किसान बाहर है। किसानों के बीच निःस्वार्थ भाव से केवल किसानों के लिये कार्य करने वाले संगठन भी आंदोलन से बाहर हैं। आंदोलन में कोई है तो वैसे लोग हैं, जिन्होंने वर्षों तक किसानों की अनदेखी की। कानून का विरोध करने वालों ने कहा था कि इस आंदोलन में कोई भी राजनीतिक दल शामिल नही होगा, परंतु आज ठीक इसके विपरीत हो रहा। आंदोलन में केवल राजनीतिक विरोध हो रहे। किसान के हित गौण हैं।

श्री प्रकाश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने वर्षों तक स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया। यूपीए शासन काल में एक लाख से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की, पर ये चुप रहे। जो दल आज कानून का विरोध कर रहे, उन्होंने अपने-अपने घोषणा पत्र और बयानों के माध्यम से कानून की बातों का समर्थन किया है। कांग्रेस पार्टी ने अपने 2019 के घोषणा पत्र पेज 17 के ब‍ि‍ंदु 11 में APMC एक्ट को निरस्त करने, कृषि उत्पादों के व्यापार की व्यवस्था करने, आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 को समाप्त करने की बात कही थी।

प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा कि 27 दिसंबर, 2013 को राहुल गांधी ने APMC एक्ट के तहत फल, सब्जियों को सूची से बाहर करने की बात कही थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता शरद पवार ने देश के कृषि मंत्री के रूप में कृषि सुधारों को लागू करने की पुरजोर वकालत की थी। मुख्यमंत्रियों को पत्र तक लिखे थे। डीएमके ने भी 2016 में कृषि सुधार कानून की बातों को अपने घोषणापत्र में शामिल किया था।

आम आदमी पार्टी ने तो दिल्ली में कानून को लागू करने की अधिसूचना तक 23 नवंबर को जारी कर दिया। योगेंद यादव ने भी भले आज अपने बयानों से यूटूर्न ले लिया है, परंतु कानून के समर्थन से संबंधित उनकी बात सोशल मीडिया में सार्वजनिक है। अकाली दल, शिवसेना, समाजवादी पार्टी सभी का दोहरा चरित्र उजागर हो चुका है।

श्री प्रकाश ने कहा कि झारखंड में किसानों के धान खरीद पर रोक लगाने वाली सरकार आज किसानों की हितैषी बनने का नाटक कर रही। उन्होंने पूछा कि यूरिया की कालाबाजारी करनेवालों पर सरकार ने क्या करवाई की। मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना क्यों बंद की गई। किसानों की ऋण माफी का क्या हुआ।

प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा कि महाठगबंधन सरकार का दोहरा चरित्र उजागर हो चुका है। ये किसान विरोधी लोग आज घड़ियाली आंसू बहा रहे है। जनता इनको पहचान चुकी है। मौके पर प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू, प्रवक्ता प्रदीप सिन्‍हा, मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक उपस्थित थे।