झारखंड के गुमला से 25 किमी दूर पालकोट थाना के ब्राह्मण टोला निवासी अभिजीत पंडा (55 वर्ष) ने अपनी पत्नी मीरा पंडा (50) की सिलबट्टे के पत्थर से मार कर हत्या कर दी। उसके बाद अभिजीत ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
नि:संतान होने के कारण दोनों के बीच अक्सर लड़ाई झगड़ा होता था। अभिजीत ने मरने से पहले सुसाइट नोट भी लिखा है, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी की हत्या करने के बाद खुद फांसी लगाने की बात लिखी है। घटना शुक्रवार की देर रात की है। पुलिस को शनिवार की सुबह घटना की सूचना मिली। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया है। जानकारी के अनुसार दोनों पति-पत्नी में आये दिन झगड़ा होते रहता था। झगड़ा का कारण दोनों का नि:संतान होना है।
शुक्रवार की रात को पति द्वारा पत्नी को मसाला पीसने वाले सिलबट्टे के पत्थर से सिर पर वार कर हत्या कर दिया गया और खुद अपने ही बगल के घर में नारियल की रस्सी के सहारे घर की दीवार (धारना) में फांसी लगाकर कर आत्महत्या कर ली। टोलावासियों ने पालकोट पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पालकोट थानेदार राहुल कुमार झा ने दल बल के साथ घटनास्थल पहुंच कर शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अभिजीत पंडा ने मरने से पहले सुसाइट नोट छोड़ा है. जिसमें अभिजीत पंडा ने अपने साला लाला के नाम सुसाइट नोट लिखा है कि उसने उसकी दीदी को मार दिया है। उसके बाद वह खुद भी आत्महत्या कर रहा है। उसके मरने के बाद उसकी दीदी का देखभाल करने वाला कोई नहीं है। बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ेगा। एसडीपीओ विकास आनंद लागुरी ने बताया कि दोनों पति-पत्नी 10 साल से अपने पैतृक मकान ब्राह्मणटोला में रह रहे थे।
दोनों बहुत ही निराश थे कि उनकी कोई संतान नहीं है। इसलिए दोनों के बीच अक्सर लड़ाई होती रहती थी। शुक्रवार की रात अपनी पत्नी को मार कर पति ने खुद आत्महत्या कर ली। घटना स्थल पर बीडीओ विजयनाथ मिश्रा, जिला परिषद सदस्य मनोज नायक, दक्षिणी भाग पंचायत के मुखिया गौतम उरांव के साथ एएसआइ राम निवाश शर्मा, एएसआइ हरि शंकर राय मौजूद थे।