रांची। ऑल इंडिया पोस्टल एवं आरएमएस पेंशनर्स एसोसिएशन झारखंड 01 अक्टूबर को कार्यस्थलों पर अंतरराष्ट्रीय पेंशनर्स दिवस मनाएगा। एसोसिएशन की वर्चुअल बैठक नवल किशोर की अध्यक्षता में 22 अगस्त को हुई। इसमें हजारीबाग, धनबाद, गिरिडीह, पलामू, जमशेदपुर, सिमडेगा, गोमो के प्रतिनिधि शामिल हुए।
स्टेट सचिव ने कहा कि पेंशनर्स संगठनों द्वारा चलाये जा रहे ईमेल अभियान और आंदोलन के कारण मंहगाई भत्ते/राहत पर 18 महीने तक लगी रोक हटी। अब हम बकाया भुगतान के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जहां तक झारखंड के पोस्टल पेंशनर्स की समस्याओं की बात है, कल ही एक प्रतिनिधिमंडल ने चीफ पीएमजी से मिलकर ज्ञापन सौंपा है। इसमें पोस्टमैन, मेलगार्ड का 01 जनवरी 1996 से बढ़े हुए वेतन का भुगतान, राज्य स्तरीय पेंशन अदालत का नियमित आयोजन, 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप बचे हुए पोस्टल पेंशनर्स के पेंशन का पुनर्निर्धारण आदि शामिल है।
बैठक को नवल किशोर, केडीराय व्यथित, जयनारायण प्रसाद, मुस्तकीम अहमद, जेपी झा, नवीन सिन्हा, निर्मल मिस्त्री, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, त्रिवेणी ठाकुर, मनोज प्रसाद, जगदेव प्रसाद आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर हसीना तिग्गा, आर बाखला, बीएन मिश्र, कैलाश बिहारी महतो उपस्थित थे। सभा की अध्यक्षता नवल किशोर और संचालन एमजेड खान ने किया।
इसमें तय किया गया कि 01 अक्टूबर को कार्यस्थलों पर अंतरराष्ट्रीय पेंशनर्स दिवस मनाया जायेगा। पेंशन कानून (54) में सरकार द्वारा किये गये संशोधन के कारण सेवा काल में दिवंगत हुए कर्मचारी अथवा कर्मचारियों के परिवार को बढ़े हुए पारिवारिक पेंशन @50% की दर से सात साल की जगह 10 साल तक दिए जाने के लाभ को प्रचारित कर भुगतान सुनिश्चित कराया जायेगा। सामान्य स्थिति बहाल होने पर सदस्यता अभियान चलाया जायेगा।