प्रशांत अंबष्ठ
बोकारो। तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 288 मामलों का निष्पादन हुआ। करीब 1.25 करोड़ रुपये का समझौता हुआ। अदालत का उदघाटन जिला जज प्रथम राजीव रंजन, जिला जज दितीय गुलाम हैदर, जिला जज तृतीय राजेश कुमार सिन्हा, जिला जज चतुर्थ विशाल कुमार, एसीजेएम विशाल गौरव, एसडीजेएम संजीत कुमार चंद्र, मुंशीफ शरत निशिकांत कुजूर, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी दीपक कुमार साहू, कार्यपालक दंडाधिकारी छवि बाला बारला, अधिवक्ता सुभाष कटरियार आदि ने किया।
अनुमंडल विधिक सेवा प्राधिकार समिति के सचिव सह एसडीजेएम संजीत कुमार चंद्र ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए इसे हाइब्रिड भी कर दिया गया, ताकि लोगों को कोरोना से भी राहत मिल सके। राष्ट्रीय लोक अदालत में 288 मामलों का निष्पादन एवं लगभग 1,25,20,000 रुपए समझौता राशि वसूल की गई। इसमें बैंक के 85 मामलों में लगभग 47,58,000 रुपए, मोटरयान दुर्घटना के 11 मामलों में 32,80,000 रुपए, एनआई एक्ट के 17 मामलों में लगभग 41,00,000 रुपए की समझौता राशि वसूल की गयी।
जिला जज प्रथम के न्यायालय से 4, जिला जज द्वितीय के न्यायालय से 11, जिला जज तृतीय के न्यायालय से 2, जिला जज चतुर्थ के न्यायालय से 3, एसीजेएम न्यायालय से 39, एसडीजेएम के न्यायालय से 82, मुंसिफ के न्यायालय से 1, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय से 17, अनुमंडल पदाधिकारी के न्यायालय से 20 मामलों का निष्पादन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल संचालन के लिए चार बेंच का गठन किया गया था। प्रथम बेंच पर जिला जज प्रथम राजीव रंजन एवं अधिवक्ता सुजीत कुमार जयसवाल, दूसरे बेंच पर जिला जज द्वितीय गुलाम हैदर एवं अधिवक्ता इम्तियाज आलम, तीसरे बेंच पर एसीजेएम विशाल गौरव, कार्यपालक दंडाधिकारी छवि बाला बारला एवं अधिवक्ता शैलेश कुमार सिन्हा तथा चौथे बेंच पर एसडीजेएम संजीत कुमार चंद्र, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी दीपक कुमार साहू एवं अधिवक्ता मजहरूल हसन मौजूद थे।