नई दिल्ली। दुखद खबर यह है कि वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश भर में अब तक 798 डॉक्टरों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
इनमें सबसे अधिक दिल्ली के 128 और बिहार के 115 डॉक्टर शामिल हैं। देश के हर राज्य में दूसरी लहर के दौरान डॉक्टरों की मौत हुई है।पुडुचेरी में सबसे कम एक डॉक्टर की मौत हुई है। यह जानकारी 29 जून को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने दी है।
उत्तर प्रदेश में 79, पश्चिम बंगाल में 62, राजस्थान में 44, आंध्र प्रदेश में 40 और झारखंड में 39 मौतें हुईं। खास बात यह है कि देश में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र व केरल में इन राज्यों की तुलना में कम डॉक्टरों की मौत हुई है। महाराष्ट्र में 23 व केरल में 24 डॉक्टरों की मौत हुई है।
यहां बता दें कि इससे पहले 25 जून को भी आइएमएम ने कोरोना से मरने वाले डॉक्टरों का आंकड़ा जारी किया था, जिसमें सबसे अधिक 115 डॉक्टर बिहार के बताये गये थे। जारी आंकड़े में सबसे अधिक 128 दिल्ली के डॉक्टरों की संख्या बताई गई है। 25 जून को दिल्ली के डॉक्टरों की संख्या 109 बताई गई थी।
आइएमए के अध्यक्ष डॉ जेए जयलाल ने कहा कि पीएम ने आश्वासन दिया है कि डॉक्टरों का सम्मान और सुरक्षा की जाएगी। डॉक्टरों के योगदान का सम्मान करने के लिए हर साल की तरह, देश में 1 जुलाई को राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि डॉ बीसी रॉय की याद में हम इस वर्ष भी राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस 1 जुलाई मनाएंगे।