- ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क इंडिया’ से ’इंडियाज बेस्ट इम्प्लॉयर अमॉन्ग नेशन-बिल्डर्स 2021’ में के रूप में मिला सम्मान
मुंबई। ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क इंडिया’ ने एक राष्ट्रीय अध्ययन के तहत 2021 में लांच एक विशेष श्रेणी में टाटा स्टील को ’राष्ट्र-निर्माताओं के बीच भारत के सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता’ (इंडियाज बेस्ट इम्प्लॉयर आमॉन्ग नेशन-बिल्डर्स) के रूप में नामित किया है। इस विशेष सम्मान के अलावा अध्ययन करने वाले ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट’ ने ‘बेस्ट कंपनी टू वर्क फॉर’ यानी ‘काम करने के लिए सर्वश्रेष्ठ कंपनी’ के रूप में टाटा स्टील को शीर्ष के 100 प्रतिष्ठानों में भी शामिल किया है।
‘नेशन बिल्डर्स कैटेगरी यानी राष्ट्र निर्माताओं की श्रेणी उन 15 नियोक्ताओं को सम्मानित करती है, जिन्होंने अर्थव्यवस्था को प्रांरभिक गति दी। अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण के प्रति कटिबद्धता प्रदर्शित की। अध्ययन की राष्ट्र निर्माता श्रेणी में शामिल होने के लिए संस्थान को बुनियादी संरचना के निर्माणकर्ता एवं रोजगार के सृजनकर्ता के रूप में उसकी अपनी पहचान होनी चाहिए। उन्हें सरकार के लिए उच्चतम कर-योगदानकर्ताओं में भी होना चाहिए। अंतिम सूची में जगह पाने के लिए किसी कंपनी को संयुक्त राष्ट्र वैश्विक सतत विकास के 17 लक्ष्यों में से कम से कम तीन को बढ़ावा देना और सकारात्मक रूप से प्रभावित करना जरूरी है।
टाटा स्टील के वाईस प्रेसिडेंट (एचआरएम) अत्रेयी सरकार ने कहा, ‘टाटा स्टील में हम मानते हैं कि हमारे लोगों, स्टेकहोल्डरों और समुदाय की सुरक्षा, उनका स्वास्थ्य और कल्याण व्यापार के प्रति हमारे दृष्टिकोण के लिए अंतर्निहित हैं। संस्थान ने अपने संस्थापक के व्यापार दर्शन को आत्मसात किया है, जिसके अनुसार, उद्यम सामाजिक उत्थान का संचालक है और यह दर्शन टाटा स्टील समूह की सभी कंपनियों में गहनता से समावेशित है।
हमारे लिए 14 अन्य संस्थानों के साथ राष्ट्र निर्माता और काम करने के लिए एक सर्वश्रेष्ठ कंपनी के रूप में पहचान मिलना गर्व की बात है। वर्ष, 2020 अभूतपूर्व परिवर्तन का वर्ष था, जहां संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र न्यू नार्मल को अपनाने के लिए एकजुट हुआ था। हमने लचीलेपन और चपलता के साथ बदलाव के लिए अपने आप को अनुकूलित किया। कई पथप्रदर्शक नीतियों की शुरुआत की, जिसमें एजाइन वर्किंग मॉडल और कर्मचारी सुरक्षा योजना शामिल है, जो उन कर्मचारियों के परिवारों को आर्थिक रूप से मदद करती हैं, जिन्होंने कोविड के कारण अपनी जान गंवाई। हम अपने कार्यस्थल, कल के प्रति अपने दृष्टिकोण को लगातार विकसित करने तथा भविष्य की तैयारी में निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं – यह सब टाटा स्टील को मैन्युफैक्चरिंग में सर्वश्रेष्ठ कार्यस्थल बनाने के लिए है।‘
महामारी के दौरान टाटा स्टील पिछले साल एजाइल वर्किंग मॉडल की घोषणा करने वाले पहले नियोक्ताओं में से एक थी, जिसने अधिकारी कर्मचारियों को अपने पसंदीदा स्थान पर जाने में सक्षम बनाया। इससे कर्मचारियों को देश के भीतर किसी भी स्थान से काम करने की सुविधा मिली। यह नीति टाटा स्टील के लिए अधिक एजाइल, फ्यूचर रेडी और अपने एम्प्लाई वैल्यू प्रॉपोजिशन को मजबूत करने की दिशा में एक अन्यान्य कदम है। हाल ही में, कंपनी ने कोविड-19 के कारण अपनी जान गंवाने वाले सभी कर्मचारियों के परिवारों के लिए एक कोविड-19 फैमिली प्रोटेक्शन स्कीम की घोषणा की।
टाटा स्टील ने कार्यबल के विभिन्न वर्गों के लिए अग्रणी नीतियों, अभ्यासों और पहलों की शुरुआत कर एक उत्कृष्ट कार्य संस्कृति का निर्माण किया है। इनमें 5-दिवसीय कार्य सप्ताह, मासिक धर्म अवकाश, पितृत्व अवकाश, दत्तक ग्रहण अवकाश, सैटेलाइट ऑफिस ऑपरेशन जैसी नीतियां तथा ‘उमंग’ और टेक 2 (कॅरियर ब्रेक पर टाटा स्टील के कर्मचारियों और महिला प्रोफेशनल्स के पार्टनरों को एक मंच प्रदान करने के लिए) नामक कर्मचारी सहायता कार्यक्रम शामिल हैं। कंपनी ने सभी शिफ्टों में खदानों और शॉप फ्लोर पर महिला कर्मचारियों की तैनाती के लिए एक सक्षम वातावरण बनाने की दिशा में लगातार काम किया है।
पिछले साल ‘इंडिया वर्कप्लेस इक्वालिटी’ ने कंपनी को एलजीबीटी$ समावेशन के लिए एक शीर्ष नियोक्ता के रूप में सम्मानित किया था, जो एलजीबीटी$ समावेशन के प्रयासों को मापने और सक्षम करने के लिए देश का पहला व्यापक बेंचमार्किंग अध्ययन है।
हर साल, 60 से अधिक देशों के 10,000 से अधिक संस्थान अपनी कार्यस्थल संस्कृति को मजबूत करने के लिए मूल्यांकन, बेंचमार्किंग और योजना कार्यों के लिए ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट’ के साथ भागीदारी करते हैं। ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क इंस्टीट्यूट’ की कार्यप्रणाली को कठोर और उद्देश्यपूर्ण कार्य संस्कृति मूल्यांकन प्रक्रिया के रूप में जाना जाता है। इसे महान कार्यस्थल संस्कृतियों की पहचान करने और सम्मानित करने के मामले में एक स्वर्ण मानक माना जाता है।