- कृषि मंत्री ने कर्मशाला का किया उद्घाटन
रांची। कृषि मंत्री श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के आर्थिक विकास के लिए तत्पर है। इस वर्ष हमलोगों की अपेक्षा थी कि किसानों के लिए अच्छा साल रहेगा, लेकिन भारी बारिश के कारण फसल को नुकसान हुआ है। सरकार नुकसान का आकलन कर रही है। जल्द से जल्द किसानों तक मदद पहुंचाई जाएगी। वे 4 नवंबर को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित रबी फसल कर्मशाला पर बोल रहीं थीं। इस अवसर पर कृषि मंत्री ने कृषि से संबंधित जानकारी के लिए रबी कर्मशाला पुस्तक का विमोचन किया।
जीवन में बदलाव की दिशा में प्रयास करें
मंत्री श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की ने कर्मशाला में उपस्थित सभी जिला कृषि पदाधिकारी एवं अन्य कृषि अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप किसानों के संपर्क में रहें। लोगों की सवेदनशीलता किसानों के साथ रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रखंड कृषि पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, पंचायत सचिव से संपर्क कर आने वाले खरीफ कर्मशाला में अपने जिलों के ऐसे 200 किसानों की सूची बनाकर लेकर आयें, जिसके जीवन में बदलाव लाया हो।
मंत्री ने कहा कि सरकार की सवेदनाएं किसानों के साथ है। राज्य सरकार की मंशा है कि वे राज्य के हर एक किसान तक अपनी पहुंच बनायें। इसमें आप सभी अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। आपके स्टेकहोल्डर किसान हैं। किस तरह आप उन्हें ज़्यादा से ज़्यादा लाभ पहुंचा रहे हैं, इस पर आत्ममंथन करें। उन्हें समय पर बीज उपलब्ध करायें। महत्वपूर्ण तकनीकी जानकारियां दें।
केसीसी लोन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें
श्रीमती तिर्की ने कहा कि राज्य सरकार का केसीसी लोन का लक्ष्य 25 लाख के विरुद्ध सिर्फ 5 लाख तक ही हो पाया है। इसे बढ़ाने का प्रयास करें। किसानों को आवश्यकता के अनुसार ऋण दें, ताकि वे अपनी जरूरतों को पूरा कर सकें।
कैलेंडर तैयार कर टाइमलाइन अनुसार काम करें
कृषि सचिव अबू बकर सिद्दीख पी ने कहा कि कर्मशाला का मुख्य उद्देश्य रबी फसल की खेती से जुड़ी अधिक से अधिक जानकारी उन तक पहुंचे, ताकि उनकी पैदावार बढ़े। वे लाभान्वित हों। रबी-खरीफ फसल का कैलेंडर पहले से तय हो। कृषि का एक कैलेंडर एक्टिव हो, ताकि समय से किसानों को बीज डिस्ट्रिब्यूटीन आदि कार्य हों। किसान के खेती की तैयारी समय पर हो रही हैं या नहीं इसका टाइमलाइन तैयार होना चाहिए, ताकि सीजन मिस नहीं हो।
सचिव ने कहा कि जिला में अनकवर्ड एग्रीकल्चर एरिया की पहचान कर कैसे उसे खेती योग्य बनायें, जिला कृषि पदाधिकारी इस पर एफर्ट करें। जिला में एग्रीकल्चर का पोटेंशियल का पूरा उपयोग करना है। पदाधिकारी को जवाबदेह होना होगा कि जिलों में मौजूद संसाधन का उपयोग खेती में हो रहा है या नहीं। एक इंटीग्रेटेड एप्रोच बहुत जरूरी है। जहां किसान सभी संसाधन मौजूद रहने के बाद भी खेती नहीं करते है तो उन्हें जागरूक करना होगा।
सचिव ने कहा कि अच्छा रिजल्ट मतलब अच्छा उत्पादन और अच्छा उत्पादन मतलब अच्छी आय। सॉइल हेल्थ कार्ड की भी जानकारी किसानों को दें। जनसेवक की मदद किसानों की उत्पादकता बढ़ाने में लें। 15 नवंबर को राज्य सरकार स्थापना दिवस के दिन से ही आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलेगा। इस दौरान काफ़ी भीड़ रहती है। इसका लाभ लें किसानों को जागरूक करें। रबी फसल में बेस्ट से बेस्ट रिजल्ट दें।
किसानों को जानकारी देने में कर्मशाला उपयोगी
कुलपति बिरसा कृषि विश्वविद्यालय डॉ एससी दुबे ने कहा कि रबी फसल की खेती की जानकारी किसानों को देने में यह कर्मशाला बहुत उपयोगी साबित होगी। उन्होंने बताया कि कैसे अधिक बारिश होने के कारण किस प्रकार से फसलों को नुकसान हुआ है। धान जो ख़राब हो गया है, उसे हटाएं और रबी की फसल को लायें। अधिक बारिश से जो नमी है, वो रबी के लिए अच्छा है उसकी जानकारी दें। किसानों को क्वालिटी सीड दें। सीड ट्रीटमेंट की जानकारी अवश्य दें। नमी का रबी की खेती में लाभ लें। रबी के फसल की खेती नमी रहते करने की सलाह दें।
किसानों को कीट प्रबंधन की जानकारी दें
निदेशक गव्य ज़ीशान क़मर ने कहा कि इस बार वर्षा अधिक होने के कारण फसल को नुक़सान हुआ है, पर इससे जो नमी है वह रबी की फसल के लिए फायदेमंद है। किसानों को तकनीकी रूप से जो जानकारी उपलब्ध कराना है, वो इस कार्यशाला के माध्यम से सहायक होगा। किसानों को उन्नत किस्म के बीज के बारे में जानकारी दें। आधुनिक तकनीकों से उन्हें अवगत करायें। बीज ट्रीटमेंट के बारे में उन्हें तकनीकी जानकारी दें। मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन के बारे में जानकारी देने में इस तरह का कर्मशाला मील का पत्थर साबित होगा। कीट प्रबंधन की जानकारी दें। किसानों की उत्पादकता को बढ़ाने में जिला कृषि पदाधिकारी सहायक होंगे।
किसान फसल बीमा योजना पर पूरा ध्यान दें
निबंधक सहयोग समितियां शशि रंजन ने कहा कि फसल बीमा योजना से किसानों को किस तरह लाभान्वित किया जाए, इस पर फोकस किया जा रहा है। किसान फसल बीमा योजना पर पूरा ध्यान दें, ताकि मौसम के कारण यदि फसल को नुकसान होता है तो उसकी भरपाई हो सके।
सरकार का लक्ष्य उत्पादन व उत्पादक बढ़ाना
निदेशक उद्यान श्रीमती माधवी मिश्रा ने कहा कि यह कर्मशाला आने वाले रबी फसल की खेती पर फोकस है। सरकार कृषि को लेकर गंभीर है। सभी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए तत्पर हैं। इस वर्ष अधिक बारिश से फसल को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य उत्पादन और उत्पादक दोनों को बढ़ाने के साथ-साथ किसानों की आय बढ़ाने पर है।
रबी फसल के लिए मौसम बहुत अच्छा
विशेष कृषि सचिव प्रदीप हजारी ने कहा कि सुखाड़ के लिए तो हम सभी प्रीपेयर रहते हैं, लेकिन इस साल अधिक बारिश हुई है। फसलों को नुकसान भी हुआ। अब इसे हम सबको उभरना है और किसानों को जानकारी देनी है कि अभी रबी के फसल के लिए मौसम बहुत अच्छा है। इसमें अच्छे पैदावार की उम्मीद है। रबी की क्रॉप को नुकसान होने से बचाने के लिए क्या उपाय करें, इसके लिए किसानों तक सभी जानकारी मुहैया कराने की दिशा में कदम उठायें जायें।
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