- मलेरिया से बचाव को लेकर जनजागरुकता पर जोर
आशीष कुमार वर्मा
चाईबासा। मलेरिया से बचाव के लिए जनजागरुकता पर जोर दिया गया। पश्चिमी सिंहभूम जिला सदर अस्पताल के असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुशांतो कुमार माझी ने कहा कि कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है, इसलिए इसकी समय पर जांच और इलाज बेहद जरूरी है। उन्होंने आमजन से अपील की कि बुखार होने पर तुरंत जांच कराएं और झाड़-फूंक जैसे अंधविश्वासों से बचें।
डॉ माझी ने बताया कि मलेरिया फैलाने वाले मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। अतः घर के आसपास पानी जमा नहीं होने दें। मच्छरदानी का प्रयोग अनिवार्य रूप से करें। उन्होंने कहा कि सभी प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा फीवर सर्वे किया जा रहा है। मलेरिया के मरीजों का मौके पर ही इलाज किया जा रहा है।
डॉ. माझी ने जानकारी दी कि 15 मई से मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में कीटनाशी छिड़काव शुरू किया जाएगा। मलेरिया संचरण काल के दौरान मोबाइल मेडिकल यूनिट भी चलाई जाएगी, जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हों।
आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 के मार्च माह में 23,462 बुखार पीड़ितों की जांच में 1,008 लोग मलेरिया से ग्रसित पाए गए थे। वहीं वर्ष 2025 के मार्च में यह संख्या घटकर 762 रह गई है, जो कि जनजागरुकता और स्वास्थ्य प्रयासों की सफलता को दर्शाता है।
इस वर्ष विश्व मलेरिया दिवस की थीम ‘मलेरिया का अंत हमारे साथ: पुनर्निवेश, पुनर्कल्पना, पुनर्जीवन’ है। इसके तहत जिला, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं उपकेंद्र स्तर पर ग्राम गोष्ठियों और विद्यालय जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया उन्मूलन के प्रति जन भागीदारी को और मजबूत करने की अपील की।
खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्यूब वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। साथ ही, सुविधा के मुताबिक अन्य खबरें भी पढ़ सकते हैं।
आप अपने न्यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स सहित अन्य सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं। खबरें पढ़ सकते हैं। सीधे गूगल हिन्दी न्यूज पर जाकर खबरें पढ़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।
हमारे साथ इस लिंक से जुड़े
https://chat.whatsapp.com/H5n5EBsvk6S4fpctWHfcLK