रांची। आईआईएम रांची में आदिवासी उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए ‘ट्राइबल इंटरप्रेन्योर कॉन्क्लेव 2025’ का आयोजन हुआ। कॉन्क्लेव में स्थानीय व राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके आदिवासी उद्यमी शामिल हुए। जहां एक मंच पर आदिवासी उद्यमिता की मौजूदा स्थिति, अवसर एवं चुनौतियों पर चर्चा हुई। साथ ही कॉन्क्लेव से जुड़े उद्यमियों को उद्योग जगत की स्थिति, सरकारी प्रावधान, गैर-सरकारी संगठनों के साथ जुड़कर अवसरों की जानकारी दी गयी।
ट्राइबल इंटरप्रेन्योर कॉन्क्लेव 2025 में कंज्यूमर इंवेस्टमेंट्स के जानकार सह सिंगुलैरिटी के पार्टनर श्री अवनीश आनंद और ग्राम मूलिगई कंपनी लिमिटेड के निदेशक उत्कर्ष घाते बतौर अतिथि शामिल हुए। उद्घाटन सत्र में आईआईएम रांची की डीन अकादमिक प्रो. तनुश्री दत्ता ने कॉन्क्लेव के उद्देश्य पर प्रकाश डाला।
कहा कि संस्थान अपनी शैक्षणिक उत्कृष्ठता को आगे बढ़ाने के साथ लगातार सामाजिक दायित्व और शिक्षा का समाज पर प्रभाव को प्रासंगिक बनाने में जुटा हुआ हैं। आदिवासी उद्यमिता – पारंपरिक व्यवस्था में नवाचार के साथ किये गये बदलाव से संभव है। उद्यम को स्थापित करने के लिए नीतिगत सहयोग के साथ समुदाय आधारित समस्या समाधान की रणनीति सहयोगी सिद्ध होगी।
वक्ता अनवीश आनंद व उत्कर्ष घाते ने उपभोक्ता निवेश, सामाजिक उद्यमिता एवं सहयोग और आदिवासी समाज के पारंपरिक रोजगार व्यवस्था को आजीविका के सतत मॉडल के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया साझा की। साथ ही सामूहिक प्रयास से तैयार किये गये उत्पाद को बाजार तक पहुंचाने, आपूर्ति एवं मांग की श्रृंखला पर नजर रखने, लगातार नवाचार से दीर्घकालिक व्यावसायिक व्यवस्था को बनाये रखने पर अपने सुझाव व अनुभव साझा किये।
कॉन्क्लेव के दौरान आदिवासी उद्यमिता पर परिचर्चा सत्र का संचालन हुआ। इसमें पैनलिस्ट के रूप में श्रीमती अहुति खलखो, डोमनचंद्र टुडू, पवन कुमार, श्रीमती मनीषा उरांव, श्रीमती विनीत कुमारी, श्रीमती भगवती देवी, श्रीमती मीनाक्षी ओराकश और प्रदीप कुमार महतो बतौर वक्ता शामिल हुए।
परिचर्चा सत्र की अध्यक्षता मार्केटिंग संकाय की सहायक प्रो. प्रिया प्रेमी और फाइनांस संकाय के सहायक प्रो. रवीश कृष्णनकुट्टी ने की। इस दौरान व्यापार के टिकाऊ मॉडल, वित्तीय जोखिम व लाभ, प्रशासनिक व सरकारी योजनाओं के सहयोग और आदिवासी उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल व तकनीक के सहयोग – जैसे विषयों पर वक्ताओं ने अपने अनुभव साझा किये।
कार्यक्रम के समापन सत्र में प्रश्नोत्तरी सत्र का आयोजन हुआ। इसमें संस्थान के विद्यार्थियों ने स्थानीय आदिवासी उद्यमियों के समक्ष अपनी जिज्ञासा रखी। धन्यवाद लिबरल आर्ट्स एंड साइंसेस के सहायक प्रो. राजीव अरिकट ने किया। ट्राइबल इंटरप्रेन्योर कॉन्क्लेव 2025 में शामिल आदिवासी उद्यमियों ने स्टॉल के माध्यम से अपने उत्पादों से परिचय कराया।
खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्यूब वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। साथ ही, सुविधा के मुताबिक अन्य खबरें भी पढ़ सकते हैं।
आप अपने न्यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्टाग्राम, X सहित अन्य सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते हैं। खबरें पढ़ सकते हैं। सीधे गूगल हिन्दी न्यूज पर जाकर खबरें पढ़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।
हमारे साथ इस लिंक से जुड़े
https://chat.whatsapp.com/H5n5EBsvk6S4fpctWHfcLK