सरायकेला। झारखंड के जिला प्रशासन द्वारा आदिवासियों के तितिरबिला में पूजा स्थल और शमशान भूमि को जबरन कब्जा कर उसमें बाईपास सड़क बनाए जाने के विरोध में तीनों जिलों के आदिवासी एकजुट होकर सरकार और जिला प्रशासन के विरोध में नारे लगाए।
बुधवार को आदिवासी संगठनों ने कोल्हान बंद किया, इसका असर पूरे बुधवार को देखने को मिला। जगह-जगह आदिवासी संगठनों ने सड़कों पर टायर जलाकर लगभग प्रमुख मार्गों को आवागमन स्थगित कर दिया। साथ ही बाजारों में दुकानों को भी बंद कराया।
आदिवासी संगठनों के नेताओं ने बताया कि बिना ग्राम सभा के सरकार और जिला प्रशासन के द्वारा इस जमीन में सड़क बनायी जा रही है, जो गलत है। यदि सरकार अपनी इस नीतियों में बदलाव नहीं लाती है, तो अब आदिवासी शांत नहीं बैठेंगे, हर स्तर पर इस सरकार और जिला प्रशासन का विरोध लगातार जारी रहेगा।